गाजियाबाद : स्मार्ट क्लास रूम से लैस होंगे जिले के 45 सरकारी विद्यालय
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : जिले के सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर विकसित करने के लिए प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है। साढ़े तीन सौ सरकारी स्कूलों को आदर्श विद्यालय बनाने के बाद अब 45 स्कूलों को सीएसआर (कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी) के तहत आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की तैयारी शुरू हो गई है। इन स्कूलों की कक्षाओं को स्मार्ट क्लास रूम के रूप में विकसित करने के लिए करीब सवा दो करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता के साथ संसाधनों के अभाव के चलते अभिभावक प्राइवेट स्कूलों की ओर रुख करते हैं। पिछले कई सालों में सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या घटी है। सरकार परिषदीय विद्यालयों की दशा को सुधारने के लिए शिक्षा की गुणवत्ता के साथ संसाधनों को बढ़ाने पर फोकस कर रहा है। जिले में जनवरी से लेकर मार्च तक करीब साढ़े तीन सौ सरकारी स्कूलों को आदर्श स्कूल बनाने की कवायद की गई है। नया सत्र शुरू हो गया है। अब 45 स्कूलों को और लिया गया है। इन स्कूलों में कंप्यूटर, फर्नीचर के साथ स्मार्ट क्लास रूम बनाने की योजना है। सरकारी स्कूलों में आधुनिक सुविधाओं को मुहैया कराने में आने वाला खर्च पावर फाइनेंस कारपोरेशन और रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कारपोरेशन सीएसआर फंड से करेगा। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों से सर्वे कर स्कूलों की डिटेल मांगी है।
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जिले के परिषदीय स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। 45 स्कूलों में कंप्यूटर और फर्नीचर की व्यवस्था करने के लिए सर्वे कराया जा रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों से स्कूलों की रिपोर्ट मांगी गई है।
-रमेश रंजन, मुख्य विकास अधिकारी