औरैया : नहीं शुरू हळ्आ अंग्रेजी माध्यम स्कूलों का संचालन, चयनित हुए शिक्षकों को स्कूल में पढ़ाने का इंतजार, जनपद के 45 स्कूलों को बनाया गया अंग्रेजी माध्यम
जागरण संवाददाता, औरैया : नया शैक्षिक सत्र शुरू होने से पूर्व ही शासन ने आदेश दिया था कि कुछ परिषदीय स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम कांवेंट स्कूल बनाना है। इसके लिए बीएसए को कार्रवाई पूरी करने का आदेश दिया था कि न्परिषदीय स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम पढ़ाई हो। लेकिन 20 दिन बीतने के बाद भी चयनित किए गए स्कूलों में अब तक पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है। वहीं स्कूलों के लिए चयनित शिक्षक शिक्षण कार्य कराने के लिए आदेश का इंतजार कर रहे हैं।1परिषदीय स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए शासन द्वारा अंग्रेजी माध्यम मॉडल स्कूल प्रक्रिया तेजी के साथ शुरू हुई थी। प्रत्येक ब्लाक में पांच-पांच स्कूलों का चयन किया गया था। इसके बाद शासन से मिले आदेश पर कुछ विद्यालयों का और चयन कर लिया गया। इसके बाद यहां पढ़ाने के लिए शिक्षकों से आवेदन मांगे गए थे। आवेदन के बाद उनकी परीक्षा व साक्षात्कार हुआ। इसमें उत्तीर्ण हुए शिक्षकों को तीन दिन का प्रशिक्षण भी दिया गया कि अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय में कैसे पढ़ाना है। इस दौरान 78 शिक्षकों ने प्रशिक्षण लिया था। यह कार्य बीते माह ही पूर्ण कर लिय गया था। इसके बाद आज तक न शिक्षकों को यह बताया गया कि उन्हें किस विद्यालय में पढ़ाने जाना है और न ही चयनित विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई शुरू हो सकी। जबकि माह बीतने में 10 दिन बाकी बचे हैं। बीएसए एसपी यादव से जानकारी करनी चाही तो उनके मोबाइल पर घंटी जाती रही। उन्होंने फोन नहीं उठाया। 1जागरण संवाददाता, औरैया : नया शैक्षिक सत्र शुरू होने से पूर्व ही शासन ने आदेश दिया था कि कुछ परिषदीय स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम कांवेंट स्कूल बनाना है। इसके लिए बीएसए को कार्रवाई पूरी करने का आदेश दिया था कि न्परिषदीय स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम पढ़ाई हो। लेकिन 20 दिन बीतने के बाद भी चयनित किए गए स्कूलों में अब तक पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है। वहीं स्कूलों के लिए चयनित शिक्षक शिक्षण कार्य कराने के लिए आदेश का इंतजार कर रहे हैं।1परिषदीय स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए शासन द्वारा अंग्रेजी माध्यम मॉडल स्कूल प्रक्रिया तेजी के साथ शुरू हुई थी। प्रत्येक ब्लाक में पांच-पांच स्कूलों का चयन किया गया था। इसके बाद शासन से मिले आदेश पर कुछ विद्यालयों का और चयन कर लिया गया। इसके बाद यहां पढ़ाने के लिए शिक्षकों से आवेदन मांगे गए थे। आवेदन के बाद उनकी परीक्षा व साक्षात्कार हुआ। इसमें उत्तीर्ण हुए शिक्षकों को तीन दिन का प्रशिक्षण भी दिया गया कि अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय में कैसे पढ़ाना है। इस दौरान 78 शिक्षकों ने प्रशिक्षण लिया था। यह कार्य बीते माह ही पूर्ण कर लिय गया था। इसके बाद आज तक न शिक्षकों को यह बताया गया कि उन्हें किस विद्यालय में पढ़ाने जाना है और न ही चयनित विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई शुरू हो सकी। जबकि माह बीतने में 10 दिन बाकी बचे हैं। बीएसए एसपी यादव से जानकारी करनी चाही तो उनके मोबाइल पर घंटी जाती रही। उन्होंने फोन नहीं उठाया। 1