लखनऊ : वृद्ध शिक्षिका की पेंशन 60 रुपए सुन सख्त हुए डिप्टी सीएम, साक्षरता निदेशालय में लगे जनता दर्शन कार्यक्रम में ज्यादातर लोग तबादले के लिए आए
शिक्षा निदेशक को फोन कर कहा इन्हें आपके पास भेज रहे हैं। यह आपके कार्यालय में बैठेंगी, जिस अधिकारी को बुलाना हो बुलाकर इनकी पेंशन ठीक कराओ, यह कहीं नहीं जाएंगी
लखनऊ। सर, हमें आठ साल रिटायर हुए हो गया है। शिक्षा विभाग केवल 60 रुपए महीने पेंशन दे रहा है। जबकि मेरे साथ रिटायर शिक्षकों को 35 से 40 हजार रुपए महीने पेंशन मिल रही है। लड़खड़ाते कदमों से उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा के जनता दर्शन कार्यक्रम में पहुंची वृद्ध शिक्षिका मृदुला के मुंह से 60 रुपए पेंशन की बात सुन उप मुख्यमंत्री भी अचम्भित हो उठे। उन्होंने वृद्धा का प्रार्थना पत्र पढ़ा। फिर पीए से कहा माध्यमिक शिक्षा निदेशक को फोन मिलाओ। वह निदेशक से बोले इन्हें आपके पास भेज रहा हूं। जिस अधिकारी को बुलवाना हो अपने पास बुलवाओ। जहां जाना हो जाओ। यह कहीं नहीं जाएंगी। इनकी पेंशन आज ही ठीक हो जानी चाहिए। मृदुला डॉ. जी नाथ जी बालिका इण्टर कालेज में साइंस की शिक्षिका थीं। उप मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन में अकेले इन्हीं की नहीं इस तरह के सैकड़ों लोगों की शिकायतें सुनी और उनका मौके पर ही निस्तारित भी किया।
दो हजार से अधिक की पीड़ा सुनी
उप मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में शुक्रवार को प्रदेश भर से दो हजार से ज्यादा लोग अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे। सुनवायी का समय 12 बजे निर्धारित था लेकिन भारी भीड़ होने की जानकारी मिलने पर वह समय से पहले ही समस्याएं सुनने पहुंच गए। इसके बाद तीन बजे तक लगातार लोगों की समस्याएं सुनते रहे। बिना अवकाश लिए जनता दर्शन कार्यक्रम में पहुंची कुछ शिक्षक-शिक्षिकाओं को उन्होंने निलम्बित करने की भी चेतावनी दी। डालीगंज इक्का स्टैण्ड के पास रहने वाले कई लोग पूर्व पार्षद रंजीत सिंह के साथ पहुंचे। इन लोगों ने उप मुख्यमंत्री को बताया कि वह लोग यहां रोजी रोजगार करते हैं। 28 मार्च को नगर निगम ने उन्हें उजाड़ दिया। अब उनके बच्चे भुखमरी पर आ गए। उप मुख्यमंत्री ने इस पर प्रभावी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। अलीगढ़ के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात समीर चौरसिया की पत्नी ने अपने इलाज का हवाला देते हुए पति को लखनऊ स्थानान्तरित करने का अनुरोध किया। बुलन्द शहर की शकुन्तला देवी ने बताया कि उनके पति आईपी डिग्री कालेज बुलन्दशहर में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। 14 अक्तूबर 1997 को उनके पति का निधन हो गया था। स्कूल के प्रिन्सिपल ने आज तक पेंशन नहीं दी।
तबादला चाहते हैं ज्यादातर शिक्षक
साक्षरता निदेशालय में लगे जनता दर्शन कार्यक्रम में ज्यादातर लोग तबादले के लिए आए। इनमें से किसी ने खुद की बीमारी तो किसी ने पति की बीमारी की बात लिखी है। कुछ की पत्नी प्रार्थना पत्र लेकर पहुंचे तो कुछ के पति। उप मुख्यमंत्री ने सभी की बातों को सुना और जरुरी निर्देश भी दिए। हालांकि शिक्षकों का तबादला उन्होंने नियमानुसार ही करने की बात कही। शुक्रवार को कुछ शिक्षक बिना अवकाश लिए व सीधे उनके पास प्रार्थना पत्र लेकर पहुंच गए। ऐसे शिक्षकों को उन्होंने चेतावनी दी है।