ललितपुर : 7 को बंद रहेगें निजी स्कूल, दिल्ली में होगा धरना
ललितपुर ब्यूरो : नेशनल इंडिपेंडेण्ट स्कूल एलाइंस नीसा के आह्वान पर प्राइवेट स्कूल मैनेजमेण्ट असोसियेशन की बैठक 3 अपै्रल को प्रशान्ती विद्या मंदिर में कार्यकारी अध्यक्ष अक्षय अलया की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस दौरान देश व्यापी शिक्षा बचाओ अभियान के तहत 7 अपै्रल को निजी विद्यालय बंद रखने के साथ ही दिल्ली में आयोजित होने वाले धरना प्रदर्शन में शामिल होने का फैसला लिया गया।
वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा का अधिकार कानून की विसंगतियों एवं गलत शिक्षा नीतियों को लेकर निजी स्कूल संचालक त्रस्त है। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीसा कुलभूषण शर्मा के नेतृत्व में 7 अप्रैल को दिल्ली में प्रदर्शन कर स्कूल संचालकों का दर्द देश को बतायेंगे। असोसिएशन संरक्षक अजय श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी हुई समस्याओं के समाधान के लिये शिक्षा का अधिकार कानून लाया गया परन्तु कानून ने नयी समस्यायें पैदा कर दी। सरकारी स्कूल में जहाँ कोई दाखिला लेना नहीं चाहता और सरकार हमारे स्कूल चलने नहीं देना चाहती। उन्होंने माँग की कि सभी बच्चों को डीबीटी के माध्यम से शिक्षा बाउचर उपलब्ध कराये जायें जिससे वे अपने पसन्द के स्कूल में पढ़ सके। मोहन सैनी ने कहा कि कहीं पर भी आरटीई के तहत बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाये जाने के एवज में रीएम्बर्समेंट नहीं किया जा रहा है जबकि निजी स्कूल संचालकों पर बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने का दबाब बनाया गया। संरक्षक गोविन्द व्यास ने कहा कि सुरक्षित वाहन पालसी के नाम पर स्कूल संचालकों के सामने ऐसे नियम बनाये जा रहे है जिन्हे मुश्किल हो रहा हैं। धु्रव साहू ने कहा कि एनसीआरटी सिलेबस लागू करने की बाध्यता तो कर दी गई है परन्तु बजार में लगातार पुस्तकों का अभाव बना हुआ हैं। कौशल किशोर गोस्वामी ने कहा कि शिक्षा की एक रूपता एवं भयमुक्त कानून बनाये जाने की आवश्यकता है। महासचिव राजेश दुबे ने कहा कि नीसा के आह्वान पर 7 अप्रैल को आयोजित धरने में शामिल होने के लिय सैकड़ों की संख्या में निजी विद्यालय प्रबन्धक दिल्ली के लिये कूच करेंगे। तथा जनपद के समस्त प्राईवेट विद्यालय बन्द रहेंगे। इस दौरान सुनील सोलोमन, अजय जैन, राजीव ताम्रकार, विश्वनाथ शुक्ला, राजेन्द्र सिंह यादव, सतीष पुरोहित, राजेन्द्र अग्निहोत्री, राजेन्द्र सिंह, बृजेन्द्र राजपूत, रामबाबू, कृष्ण बिहारी मिश्रा, अशोक सेन, संजीव जैन, विजय यादव, अमन द्विवेदी, अनामिका शर्मा, विनीता श्रीवास्तव, रामगुलाम, मनोज चैबे, प्रकाश कुशवाहा, राकेश सक्सेना, राजेन्द्र मिश्रा, श्रीराम नामदेव ने भी विचार व्यक्त किये।