हरदोई : विद्यालयों की साफ सफाई व्यवस्था बदहाल, उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष शिवशंकर पांडेय ने बताया कि विद्यालयों में सफाई के संबंध में कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया
🔴 जिला विकास अधिकारी ने 27 फरवरी को बावन के पूर्व माध्यमिक विद्यालय पोखरी का निरीक्षण किया। इस दौरान नामांकन के सापेक्ष छात्रों की वास्तविक उपस्थित कम मिली। उन्होंने शैक्षणिक व्यवस्था पर असंतोष जाहिर किया, लेकिन अपने निरीक्षण आख्या में साफ सफाई का जिक्र नहीं किया।
🔵 एसडीएम संडीला ने जूनियर विद्यालय तिलोइया कला का निरीक्षण किया। उन्होंने शौचालय अत्यंत जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पाया। साथ ही शौचालय को सुधरवाने के निर्देश दिए। यहां पंजीकृत 155 बच्चों में केवल 43 बच्चे उपस्थित थे, लेकिन उन्होंने भी निरीक्षण आख्या में सफाई व्यवस्था को लेकर कुछ नहीं लिखा।
जागरण संवाददाता, हरदोई : लाख कोशिशों के बाद भी परिषदीय विद्यालय गंदे हैं। साफ सफाई व्यवस्था भगवान भरोसे है। स्कूलों का निरीक्षण करने वाले अफसरों को भी शिक्षकों को भी यह समस्या नजर नहीं आती। अफसर शिक्षकों की खामियां तो निकालने में माहिर हैं, लेकिन विद्यालयों में व्याप्त गंदगी नहीं दिखाई देती है। इससे अध्यापक ही नहीं बच्चे भी परेशान हैं।
हर ग्राम पंचायत में सफाई कर्मियों की तैनाती है, लेकिन वह विद्यालयों की साफ सफाई करने में लापरवाही बरतते हैं। शिक्षकों ने विद्यालयों की साफ सफाई कई बार जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से भी शिकायत की। जिन्होंने शिक्षकों की शिकायत से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया। इस पर तत्कालीन जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को विद्यालयों की साफ सफाई रखने, शौचालयों को साफ रखने के निर्देश दिए। साथ ही विद्यालयों में सफाई कर्मियों की उपस्थित पंजिका रखने व विद्यालय से सफाई कार्य की शुरुआत करने को कहा गया। आलम यह रहा कि सफाई कर्मी विद्यालयों में झांकने तक नहीं गए। बदले में उन्होंने इस आदेश का विरोध भी किया, जिससे मामला ठंडे बस्ते में चला गया। हालात यह है कि विद्यालयों व शौचालय की सफाई व्यवस्था बदहाल है। उधर हाल ही में जिला स्तरीय अधिकारी द्वारा निरीक्षण किए गए जिनमें कुछ अधिकारियों ने शौचालयों की दुर्दशा पर असंतोष व्यक्त किए, लेकिन उन्होंने विद्यालयों में गंदगी होने के बावजूद अपनी निरीक्षण आख्याओं में साफ सफाई पर कोई टिप्पणी नहीं की। शिक्षकों का कहना है कि इतने बड़े परिसर की साफ सफाई व्यवस्था वह कैसे दुरुस्त रख सकते हैं। शौचालयों की सफाई करना उनकी बस की बात नहीं है। इसको लेकर कई बार शिकायत दर्ज करा चुके हैं, लेकिन अधिकारी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं।
निरंकुश हैं सफाई कर्मी : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष शिवशंकर पांडेय ने बताया कि विद्यालयों में सफाई के संबंध में कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया। विद्यालयों की सफाई व्यवस्था के लिए अधिकारियों की तरफ से सफाई कर्मियों को निर्देशित भी किया गया, लेकिन सफाई कर्मी पूरी तरह से निरंकुश हैं और वह विद्यालयों की साफ नहीं कर रहे हैं।साफ-सफाई के अभाव में ऐसे हो गए है विद्यालय के शौचालय ’ जागरण