लखनऊ : शिक्षामित्रों से मिलने के बाद अखिलेश ने योगी सरकार के सामने उठाई उनकी ये मांगें, अखिलेश यादव व सपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ शिक्षामित्रों का प्रतिनिधिमण्डल।
आरयू ब्यूरो, लखनऊ। समायोजन रद्द होने के बाद से ही तंगहाली और मुश्किलों के हालात से गुजर रहे शिक्षामित्रों ने आज पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलकर योगी सरकार के सामने उनकी मांग उठाने की गुजारिश की है। शिक्षामित्रों के प्रतिनिधिमण्डल ने सपा अध्यक्ष से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा और अपना दर्द बयान किया।
शिक्षामित्रों ने कहा कि इन दिनों वे आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। बच्चे पढ़ नहीं पा रहे हैं। बेटियों की शादी नहीं हो पा रहा है। बैंकों से जो कर्ज लिया था उसकी वसूली होने लगी है। योगी सरकार को उनकी बदहाली की चिंता नहीं है। प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों ने कहा कि समाजवादी सरकार ने उनके साथ न्याय किया था, जबकि योगी सरकार ने उनके साथ अन्याय किया है।
537 शिक्षामित्रों को हो चुकी है मौत
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने मीडिया को बताया कि शिक्षामित्रों ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कहा कि योगी सरकार की जिद के चलते अब तक 537 शिक्षामित्रों की असमय मौत हो चुकी है। अधिकतर शिक्षामित्र सदमा बरदाश्त नहीं कर सकें। वहीं हालात से मजबूर होकर बड़ी संख्या में शिक्षामित्रों ने खुद ही मौत को गले लगा लिया। पीड़ित परिवारों में इसको लेकर रोष है।
शिक्षामित्रों ने मांग उठाते हुए अखिलेश यादव से कहा कि 1,24,000 स्नातक प्रशिक्षित शिक्षामित्रों को पैराटीचर मानते हुए 38,878 रूपए 12 माह का वेतन दिया जाए। सेवाकाल 62 वर्ष हो। मृतक शिक्षामित्रों के परिवार के किसी सदस्य को नौकरी दी जाए। शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर रहते हुए टेट पास करने के लिए चार साल का समय दिया जाए। वहीं जिनका समायोजन नहीं हुआ है, उनको समान कार्य का समान वेतन दिया जाए।
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सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि प्रतिनिधमण्डल से मिलने के बाद अखिलेश यादव ने शिक्षामित्रों की मांगों से सहानुभूति जताते हुए मृत शिक्षामित्रों के परिवारीजनों को आर्थिक बदहाली से उबारने के लिए 50-50 लाख रूपए की सहायता दिए जाने की योगी सरकार से मांग की है। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार में शिक्षामित्रों को समायोजन का जो लाभ मिला था उसे बरकरार रखा जाना चाहिए।
*ये लोग रहें मौजूद*
शिक्षामित्रों के प्रतिनिधिमण्डल में उमा देवी(कानपुर) रेखा चौधरी(मथुरा) रमाकांती त्रिपाठी(महाराजगंज) तथा राजीव कुमार(रामपुर) रीतेश द्विवेदी(कासगंज) समेत सुशील यादव, श्याम जी दुबे, संतोष दुबे, महेश उपाध्याय शामिल थे। इस अवसर पर अखिलेश यादव के अलावा पूर्व कैबिनेट मंत्री अहमद हसन व राजेंद्र चौधरी, सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, सुनील सिंह भी मौजूद रहें।