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लखनऊ : सत्र प्रारंभ, किताबों का पता नहीं, एनसीईआरटी की किताबों की तलाश में बुक मार्केट की खाक छान रहे अभिभावक

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लखनऊ : सत्र प्रारंभ, किताबों का पता नहीं, एनसीईआरटी की किताबों की तलाश में बुक मार्केट की खाक छान रहे अभिभावक

जागरण संवाददाता, लखनऊ : यूपी बोर्ड के तहत संचालित स्कूलों में नए सत्र की शुरुआत हो चुकी है, मगर एनसीईआरटी की किताबों का पता नहीं। अभिभावक बुक मार्केट की खाक छान रहे हैं पर उन्हें किताबें ढूंढ़े नहीं मिल रही हैं। वहीं डीआइओएस द्वारा तीन चुनिंदा दुकानों पर किताबें उपलब्ध होने का दावा किया जा रहा है।1दरअसल माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा नए सत्र में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू किए जाने का फरमान जारी किया गया था। सत्र के शुरुआत से ही बच्चों को किताबें मुहैया हों, इस ओर जिम्मेदारों ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। नतीजा यह रहा सत्र शुरू हुए 10 दिन होने को हैं, लेकिन अमीनाबाद, गोमती नगर, आलमबाग, निराला नगर, महानगर, अलीगंज, विकास नगर व नाका समेत तमाम बुक मार्केट में एनसीईआरटी की किताबें उपलब्ध नहीं है। इसके चलते बच्चों को बिना किताब ही स्कूल जाना पड़ रहा। 1डीआइओएस का दावा : यूपी बोर्ड में कक्षा 9 से 12 तक लागू हो रहे नए पाठ्यक्रम की किताबें अभिभावकों को ढूंढ़े नहीं मिल रही, मगर डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह का दावा है कि अमीनाबाद की तीन चुनिंदा दुकानों पर किताबें उपलब्ध हैं। उनका कहना है कि अमीनाबाद स्थित पुस्तक वाटिका, व्यापार सदन, शीतला बुक एजेंसी पर पर किताबों का स्टाक है। यहां थोक पर किताबें उपलब्ध हैं। 1एक सवाल यह भी 1 डीआइओएस द्वारा किया गया दावा भी सवालों के घेरे में है। उन्होंने तीन थोक दुकानों के नाम बताए है। ऐसे में एक सवाल यह भी है कि क्या थोक की इन दुकानों पर अभिभावकों को सीधे किताबें मिल सकेंगी। 1देर से जारी हुआ प्रकाशकों का नाम : नया पाठ्यक्रम लागू किए जाने की घोषणा शिक्षामंत्री द्वारा कई माह पूर्व की जा चुकी थी, मगर अधिकारियों द्वारा होमवर्क न किए जाने के कारण प्रकाशकों का नाम भी समय पर जारी नहीं हुआ।जागरण संवाददाता, लखनऊ : यूपी बोर्ड के तहत संचालित स्कूलों में नए सत्र की शुरुआत हो चुकी है, मगर एनसीईआरटी की किताबों का पता नहीं। अभिभावक बुक मार्केट की खाक छान रहे हैं पर उन्हें किताबें ढूंढ़े नहीं मिल रही हैं। वहीं डीआइओएस द्वारा तीन चुनिंदा दुकानों पर किताबें उपलब्ध होने का दावा किया जा रहा है।1दरअसल माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा नए सत्र में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू किए जाने का फरमान जारी किया गया था। सत्र के शुरुआत से ही बच्चों को किताबें मुहैया हों, इस ओर जिम्मेदारों ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। नतीजा यह रहा सत्र शुरू हुए 10 दिन होने को हैं, लेकिन अमीनाबाद, गोमती नगर, आलमबाग, निराला नगर, महानगर, अलीगंज, विकास नगर व नाका समेत तमाम बुक मार्केट में एनसीईआरटी की किताबें उपलब्ध नहीं है। इसके चलते बच्चों को बिना किताब ही स्कूल जाना पड़ रहा। 1डीआइओएस का दावा : यूपी बोर्ड में कक्षा 9 से 12 तक लागू हो रहे नए पाठ्यक्रम की किताबें अभिभावकों को ढूंढ़े नहीं मिल रही, मगर डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह का दावा है कि अमीनाबाद की तीन चुनिंदा दुकानों पर किताबें उपलब्ध हैं। उनका कहना है कि अमीनाबाद स्थित पुस्तक वाटिका, व्यापार सदन, शीतला बुक एजेंसी पर पर किताबों का स्टाक है। यहां थोक पर किताबें उपलब्ध हैं। 1एक सवाल यह भी 1 डीआइओएस द्वारा किया गया दावा भी सवालों के घेरे में है। उन्होंने तीन थोक दुकानों के नाम बताए है। ऐसे में एक सवाल यह भी है कि क्या थोक की इन दुकानों पर अभिभावकों को सीधे किताबें मिल सकेंगी। 1देर से जारी हुआ प्रकाशकों का नाम : नया पाठ्यक्रम लागू किए जाने की घोषणा शिक्षामंत्री द्वारा कई माह पूर्व की जा चुकी थी, मगर अधिकारियों द्वारा होमवर्क न किए जाने के कारण प्रकाशकों का नाम भी समय पर जारी नहीं हुआ।भैया ! एनसीईआरटी की किताबें आईं : राजधानी में किताबों की दुकान पर पहुंचने वाले हर अभिभावक और छात्र का यही सवाल था ’जागरणहर साल अमीनाबाद में बच्चों की सभी किताबें उपलब्ध रहती थी, मगर इस बार नए पाठ्यक्रम की एक भी किताबें नहीं हैं। दुकानदार को भी नहीं पता कि किताबें कब आएंगी। 1- विश्वनाथ सिंह1विभाग द्वारा पाठ्यक्रम बदला गया है तो किताबों की उपलब्धता भी सुनिश्वित करानी चाहिए। किताबें बाजार में कब तक मिलेंगी, इसे सार्वजनिक रूप से बताना चाहिए। 1- राम कुमार बाजपेई1बेटी किताबों के लिए बहुत परेशान है। वह कई दिनों से अमीनाबाद व गोमती नगर की बुक मार्केट में किताबें ढूंढ़ रही, मगर एक भी किताब नहीं मिल रही।1- निशा शुक्ला1सत्र शुरू होने से पहले ही किताबें खरीद ली जाएं, इस बात का प्रयास था, मगर किताब के बारे में न स्कूल कोई जानकारी दे रहे और न ही दुकानदारों को कुछ पता। 1- सरोज मोहन1छलका अभिभावकों का दर्द1

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