बस्ती : हादसे का कारण बन जाएगा भवन, तीस वर्ष पुराने भवन की गिर गई है छत, उसी में खेलते हैं बच्चे, लापरवाही, परिसर में जर्जर भवन के चलते बच्चों को नहीं भेजते स्कूल
जागरण संवाददाता, दुबौलिया, र्हैया बस्ती: दुबौलिया विकास क्षेत्र के धरमूपुर गांव में तीस वर्ष पूर्व बने प्राथमिक स्कूल के भवन की छत ढह गई है। 13 वर्ष से अतिरिक्त कक्षा कक्ष में पढ़ाई हो रही है। पुराना भवन ध्वस्त न कराए जाने से बच्चों के लिए स्कूल परिसर खतरे का सबब बन गया है। बच्चे इसमें अक्सर खेलते रहते हैं। जिससे यहां हादसे की आशंका बनी रहती है। प्राथमिक विद्यालय का पुराना भवन वर्ष 1987 में बना था। वर्ष 2005 में यह भवन जर्जर हो जाने की वजह से निष्प्रयोज्य घोषित कर दिया गया। इसी वर्ष बनवाए गए अतिरिक्त कक्षा कक्षों में पढ़ाई होने लगी। जर्जर भवन को तोड़ कर अब तक हटाया नहीं गया है। इस वजह से गांव के लोग अपने बच्चों को इस स्कूल में पढ़ाने से डर रहे हैं। उनका कहना है कि पुराना भवन कभी भी भरभराकर गिर सकता है। विभाग को इस भवन को ध्वस्त करा कर यहां से मलबा हटवा देना चाहिए। वर्तमान समय में विद्यालय में 56 बच्चों का नामंकन है। अभिभावकों का कहना है मन में हमेशा जर्जर भवन को लेकर डर बना रहता है। प्रधानाध्यापक सतीश भारती ने बताया की जर्जर भवन को गिराने की विभागीय प्रक्रिया काफी लंबी है। पहले इसका टेंडर होगा उसके बाद भवन ध्वस्त कराया जाएगा। अधिकारियों को इस संबंध में जानकारी दे दी गई है। खंड शिक्षा अधिकारी दुबौलिया ध्रुव चंद जयसवाल ने कहा कि विद्यालय प्रबंध समिति भवन गिराने का प्रस्ताव बनाकर प्रेषित करे तो इसको गिराने की अनुमित विभाग से मिल जाएगी। 1पाइप डालकर खुला छोड़ दिया नाली का गड्ढा: परशुरामपुर विकासखंड के हैदराबाद के चिल्लू पहलवान का पुरवा में अंडरग्राउंड नाली बनवाने के लिए जेसीबी से खुदाई करा दी गई। पाइप डालने के बाद गड्ढे को खुला छोड़ दिया गया है जिसे महीने भर बाद भी ढका नहीं गया है। ग्रामीणों को घरों से निकलने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। गड्ढे की चौड़ाई इतनी है कि बड़े तो पार कर ले रहे हैं बच्चों, महिलाओं व बुजुर्गों को काफी परेशानी हो रही है। गांव के इसहाक ,सहाबुद्दीन, अरमान अली, मुराद ,मुस्तकीम, नल्ले का कहना है कि समस्या पर जिम्मेदारों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है।धरमूपुर प्राथमिक विद्यालय भवन के पास निष्प्रयोज्य भवन ’ जागरण