कौशाम्बी : शिक्षकों की तलाश जारी, खंगाले जा रहे रिकार्ड, बिना मान्यता के चल रहे हैं विद्यालय, संचालकों पर रिपोर्ट
जासं, कौशांबी : सरसवां ब्लाक क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर बिना मान्यता के विभिन्न विद्यालय संचालित हो रहे थे। जिलाधिकारी के निर्देश के बाद बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से शुक्रवार को इन विद्यालयों के खिलाफ अभियान चलाया गया। तीन विद्यालय बिना मान्यता के चलते मिले। अधिकारियों की ओर से कार्रवाई करते हुए विद्यालयों को सीज कर दिया गया। साथ ही प्रबंधकों के खिलाफ महेवाघाट पुलिस को तहरीर दी गई है। खंड विकास अधिकारी सरसवां मिथलेश कुमार, खंड विकास अधिकारी मंझनपुर डा. अविनाश सिंह ने संयुक्त रूप से सरसवां पुलिस के सहयोग से क्षेत्र में चल रहे बिना मान्यता के विद्यालयों के खिलाफ अभियान चलाया गया। इस दौरान पश्चिमशरीरा के बरुआ व गोराजू में बिना मान्यता के विद्यालय संचालित मिले। जिसपर अधिकारियों ने तीनों विद्यालयों के प्रबंधकों के खिलाफ महेवाघाट पुलिस को तहरीर दी गई है। पुलिस ने सरस्वती ज्ञान मंदिर पश्चिम शरीरा के संचालक उपेंद्र प्रसाद, गुरुकुल विद्यालय गोराजू के संचालक अशोक कुमार शुक्ला व गुरुकुल पब्लिक स्कूल बरुआ के संचालक लक्ष्मण कुमार शुक्ला के खिलाफ बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जासं, कौशांबी : शिक्षक बनने के लिए फर्जी तरीके से डिग्री का प्रयोग करने वाले अभ्यर्थी नौकरी की जुगाड़ में थे। तभी डायट के प्रशिक्षुओं ने फर्जी डिग्री लगाने वाले 18 लोगों के नाम सार्वजनिक कर दिए। उसके बाद तो जांच शुरू हो गई। अधिकारी तीन दिनों से जांच कर रहे हैं और कुछ फर्जी मिले भी लेकिन उनका नाम सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है।1जिले में फर्जी तरीके से मार्कशीट का प्रयोग करते हुए नौकरी करने वालों की जमात नई नहीं है। शिक्षा विभाग व डायट के कर्मचारियों से मिलीभगत कर करीब दो दर्जन से अधिक लोग नौकरी कर रहे हैं। शिकायत के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर से इनके वेतन भुगतान पर रोक तो लगा दी गई, लेकिन यह शिक्षक अब तक सरकार कार्य संचालित कर रहे। इनको लेकर विभागीय अधिकारियों का दावा है कि इनकी रिपोर्ट विभाग को भेजी गई है, लेकिन कोई निर्देश अब तक नहीं मिला। जिसके कारण कार्रवाई नहीं हो सकी। अब 12460 शिक्षकों की भर्ती को लेकर दोबारा फर्जी शिक्षकों के इस प्रक्रिया में शामिल होने की बात सामने आई है। डीएम के निर्देश के बाद अधिकारियों ने इसकी पड़ताल की तो अधिकारी कई लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं। जांच टीम में शामिल जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व डायट प्राचार्य ने कुछ बताने से इन्कार कर दिया। उन्होंने केवल इतना बताया कि मामले को लेकर जांच चल रही है। डीएम को रिपोर्ट देने के बाद ही किसी के नाम सार्वजनिक किए जाएंगे।जासं, कौशांबी : शिक्षक बनने के लिए फर्जी तरीके से डिग्री का प्रयोग करने वाले अभ्यर्थी नौकरी की जुगाड़ में थे। तभी डायट के प्रशिक्षुओं ने फर्जी डिग्री लगाने वाले 18 लोगों के नाम सार्वजनिक कर दिए। उसके बाद तो जांच शुरू हो गई। अधिकारी तीन दिनों से जांच कर रहे हैं और कुछ फर्जी मिले भी लेकिन उनका नाम सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है।1जिले में फर्जी तरीके से मार्कशीट का प्रयोग करते हुए नौकरी करने वालों की जमात नई नहीं है। शिक्षा विभाग व डायट के कर्मचारियों से मिलीभगत कर करीब दो दर्जन से अधिक लोग नौकरी कर रहे हैं। शिकायत के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर से इनके वेतन भुगतान पर रोक तो लगा दी गई, लेकिन यह शिक्षक अब तक सरकार कार्य संचालित कर रहे। इनको लेकर विभागीय अधिकारियों का दावा है कि इनकी रिपोर्ट विभाग को भेजी गई है, लेकिन कोई निर्देश अब तक नहीं मिला। जिसके कारण कार्रवाई नहीं हो सकी। अब 12460 शिक्षकों की भर्ती को लेकर दोबारा फर्जी शिक्षकों के इस प्रक्रिया में शामिल होने की बात सामने आई है। डीएम के निर्देश के बाद अधिकारियों ने इसकी पड़ताल की तो अधिकारी कई लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं। जांच टीम में शामिल जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व डायट प्राचार्य ने कुछ बताने से इन्कार कर दिया। उन्होंने केवल इतना बताया कि मामले को लेकर जांच चल रही है। डीएम को रिपोर्ट देने के बाद ही किसी के नाम सार्वजनिक किए जाएंगे।आज सौंपेगे रिपोर्ट 1अधिकारियों की ओर से 12460 शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन आया है। इन आवेदन में तमाम लोगों ने फर्जी मार्कशीट के आधार पर शिक्षक बनने का दावा ठोका है। शिकायत के बाद हर आवेदन पत्र की जांच हो रही है। अब तक कई लोग फर्जी मिल चुके हैं।जांच टीम की ओर से शनिवार को फर्जी डिग्री लगाने वालों की रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी।जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान में आवेदन पत्रों की जांच करते अधिकारीशिक्षकों के संबंध में दें जानकारी 1जासं, कौशांबी : वित्त विहीन मान्यता प्राप्त विद्यालयों के प्रधानाचार्य, शिक्षक व अन्य कर्मचारियों का डाट फी¨डग का कई बार निर्देश दिया गया। इसके बाद भी अब तक सभी विद्यालयों की ओर से इसकी जानकारी नहीं दी गई। जिला विद्यालय निरीक्षक सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सभी विद्यालय माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर 29 अप्रैल तक अपडेट कर दे। इसके साथ ही विभागीय कार्यालय में भी इसकी एक कापी उपलब्ध करा दें। जिससे समय से कार्रवाई पूरी हो सके। जासं.