रामपुर : प्रभारी जिला बेसिक शिक्षाधिकारी विजय वीरेंद्र सिंह ने कहा कि शिक्षक बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा दें - बीएसए
जागरण संवाददाता, रामपुर : प्रभारी जिला बेसिक शिक्षाधिकारी विजय वीरेंद्र सिंह ने कहा कि शिक्षक बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा दें। इस मौके पर सेवानिवृत्त हुए शिक्षकों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। गुरुवार को वह चमरौआ ब्लाक के नसरतनगर जूनियर हाईस्कूल में आयोजित संगोष्ठी में बोल रहे थे।1प्रभारी बीएसए ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों का माहौल तेजी से बदल रहा है। शिक्षण की परिपाटियों में तेजी से बदलाव हो रहा है। विद्यालयों का भौतिक वातावरण संवर रहा है। शिक्षकों द्वारा नित नए नवाचारों को शिक्षण में अपना रहे हैं। इससे शिक्षा में गुणात्मक सुधार हो रहा है। परिषदीय विद्यालयों को लेकर समाज की सोच भी बदल रही है। ऐसे में शिक्षकों का दायित्व है कि समय के अनुसार अपने व्यवहार में परिवर्तन लाएं और बच्चों को उनकी आवश्यकता को ध्यान में रखकर उनकी रुचि के अनुसार शिक्षा दें। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को क्या पढ़ाना है और कैसे पढ़ाना है इस विचार को त्याग कर बच्चे को क्या और कैसे पढ़ना है। इस बात पर विचार करना है। कहा कि वर्तमान में शिक्षा शिक्षक केंद्रित न होकर बाल केंद्रित है। इसके चलते बच्चों को लोकतांत्रिक विधि से खेल-खेल में उनकी रुचि के अनुसार शिक्षा दें। इस अवसर पर सेवानिवृत्त हुए, इंदल सिंह, रामहरि, कमलेश सक्सेना, रीना रानी, वीना, फरीदा बी, मनजीत कौर, जावित्री देवी एवं नाजमा बी को बीएसए ने शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। कहा कि शिक्षक समाज के लिए आदर्श होते हैं। भविष्य निर्माता भी हैं। उन्होंने सेवानिवृत्त शिक्षकों के अनुभवों से लाभ उठाने का आह्वान किया। गोष्ठी का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। बच्चों द्वारा स्वागतगान प्रस्तुत किया। इस मौके पर शफी अहमद, अहसान खां, राकेश शर्मा, शैलेंद्र राठौर, शालिनी पांडे, निदा खान, शिव कुमार, उमेश पाल, महेंद्र हल्दिया, पूजा भटनागर आदि मौजूद रहीं।