बाराबंकी : एक शिक्षक के भरोसे दो विद्यालय, कैसे हो पढ़ाई, अव्यवस्था की भेंट चढ़ रही नौनिहालों की प्राथमिक शिक्षा, शिक्षकों की कमी, स्वच्छता को ठेंगा दिखा रहे शौचालय, प्रदेश की योगी सरकार की मंशा से विपरीत
बजे प्राथमिक विद्यालय कुतुलूपुर में जमीन पर बैठे बच्चे
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जागरण टीम, बाराबंकी : प्रदेश की योगी सरकार की मंशा से विपरीत जिले की प्राथमिक शिक्षा पटरी से और नीचे उतरती जा रही है। रंग-बिरंगी स्कूल यूनिफार्म, मुफ्त पाठ्य सामग्री, रंगीन रिजल्ट कार्ड जैसी कई योजनाएं देने के दावे हकीकत में सभी विद्यालयों में कोरे साबित हो रहे हैं। शुक्रवार को विकास खंड फतेहपुर अंतर्गत आधा दर्जन विद्यालयों में जो दिखा उससे यह अनुमान सहज लगाया जा सकता है, कि नौनिहालों की सरकारी तालीम में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। कहीं शिक्षक नहीं हैं तो कहीं विद्यार्थियों का भारी टोटा है।बजे प्राथमिक विद्यालय धमसड़ में बैठे बच्चे व कक्ष में फैली गंदगीबजे प्राथमिक विद्यालय कुतुलूपुर की बाउंड्रीवाल पर बैठे बच्चेशुक्रवार भी गलत लिखा1समय 11 बजकर 20 मिनट पर, प्राथमिक विद्यालय कुतुलूपुर में बच्चे मौजमस्ती के मूड में दिखे। कुल 133 में से 51 विद्यार्थी उपस्थित थे। प्रधान अध्यापिका फरीदा बानो एवं शिक्षक बृजेश कुमार विद्यार्थियों को कक्षा के अंदर करने में जुट गए। बोर्ड पर शिक्षक की ओर से लिखा गया शुक्रवार भी गलत लिखा हुआ मिला। पहले दिन स्कूल पहुंचे जुनैद, शीबा और चांदनी बाउंड्री वाल के ऊपर खेलते मिले। 1बजे, प्राथमिक विद्यालय औरंगाबाद में केवल एक शिक्षामित्र की तैनाती है, वह भी अवकाश पर थीं, अन्य विद्यालय से मनोज पाठक को विद्यालय संचालन के लिए अटैच किया गया है। कुल 129 विद्यार्थियों को अकेले संभालने का जिम्मा एक शिक्षक पर। शौचालयों में गन्दगी दिखी, पूछने पर बताया सफाई कर्मी कई दिन से नहीं आया।बजे प्राथमिक विद्यालय इसेपुर, बच्चे ग्राउंड में खेलते मिले। बाउंड्रीवाल न होने के कारण कक्षा दो का मिथुन और कक्षा एक का अर्पित सड़क पर बनी दुकान में खेल रहे। कुल 108 में से मात्र 30 बच्चों की उपस्थिति बतायी गयी, मिले 13 बच्चे। प्रधान अध्यापक कृष्ण कुमार ने बताया कि शिक्षामित्र सीमा वर्मा व ममता देवी की तबियत खराब है। 1क्या कहते है खंड शिक्षाधिकारी1इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी गौतम प्रकाश का कहना है कि लापरवाह शिक्षकों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। शिक्षामित्रों के समायोजन रद्द होने से विकास खण्ड के कुल 23 विद्यालय प्रभावित हुए थे, जिनमें निकटवर्ती स्कूलों के शिक्षकों को तैनात करके विद्यालय संचालित करवाया जा रहा है।सिर्फ एक शिक्षामित्र वह भी अवकाश पर30 बच्चों की उपस्थिति बताई, मिले 13 ब्ही