एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर जौनपुर अमरोहा लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

इलाहाबाद : प्रदेश के महापुरुषों की तैयार हो रही किताब, यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम में इसी साल से होगी लागू

0 comments

इलाहाबाद : प्रदेश के महापुरुषों की तैयार हो रही किताब, यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम में इसी साल से होगी लागू

इलाहाबाद : देश की आजादी के लेकर सामाजिक आंदोलनों में अहम भागीदारी निभाने वाले प्रदेश के महापुरुषों की अब विषय के रूप में पढ़ाई कराने की तैयारियां तेज हैं। यूपी बोर्ड प्रदेश सरकार के निर्देश पर एक अलग से किताब तैयार करा रहा है, जिसमें सिर्फ प्रदेश भर के अहम नायकों का जीवन वृतांत होगा। है कि इसी वर्ष से 26 हजार से अधिक कालेजों में पढ़ाई होगी। ‘दैनिक जागरण’ ने जनवरी माह में ही इस संबंध में खबर दी थी।
यूपी बोर्ड के सूत्रों की मानें तो इतिहास विषय के विशेषज्ञों के निर्देशन में तैयार होने वाली यह किताब यूपी बोर्ड की कक्षा 12 में इतिहास विषय के साथ पढ़ाई जाएगी। सरकार इसके लिए एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम में परिवर्तन नहीं करेगी, बल्कि बुकलेट के रूप में जोड़ेगी। माध्यमिक कालेजों में नए सत्र से एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू हो चुका है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार का जोर अपनी संस्कृति और स्वर्णिम इतिहास को अक्षुण्ण बनाए रखने पर है। सरकार ने बोर्ड प्रशासन को निर्देश दिया है कि एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के साथ ही स्थानीय महापुरुष व गौरवशाली इतिहास पढ़ाने का इंतजाम हो। बोर्ड प्रशासन कक्षा 12 के इतिहास विषय में अलग बुकलेट जोड़ने की कर रहा है। उस पुस्तक का शीर्षक ‘स्वतंत्रता आंदोलन और संविधान निर्माण में उप्र का योगदान’ होगा। इसको लेकर बोर्ड मुख्यालय पर कार्यशाला हो चुकी है।1बुकलेट में उत्तर प्रदेश के आजादी के रणबांकुरों का जिक्र होगा। 1857 से लेकर 1947 तक के कालखंड में मंगल पांडेय, चंद्रशेखर आजाद, झांसी की रानी जैसे अनगिनत नाम होंगे। वहीं, 1916 के लखनऊ अधिवेशन में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के बीज मंत्र के उद्घोष का भी जिक्र होगा। इसी तरह से आजादी के आंदोलन में जेल गईं और उप्र की पहली मुख्यमंत्री सुचेता कृपलानी, जो 1946 में संविधान सभा की सदस्य चुनी गई के भी उल्लेखनीय कार्यों से छात्र-छात्रएं अवगत होंगे। इसके अलावा सुचेता कृपलानी के पति जेबी कृपलानी, देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, गोविंद बल्लभ पंत, पुरुषोत्तम दास टंडन आदि का योगदान भी पढ़ाया जाएगा।

वैदिक गणित 9 से 12 तक लागू
यूपी बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि कालेजों में वैदिक गणित की पढ़ाई के लिए इंतजाम हो गए हैं। सरकार ने इस संबंध में भी निर्देश दिया था।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।