रायबरेली : प्रेरकों का कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन, बेमियादी धरना शुरू
रायबरेली। साक्षर भारत मिशन के तहत काम करने वाले प्रेरकों ने सोमवार को राष्ट्रीय साक्षरता कर्मी महासंघ के तत्वावधान में अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर बेमियादी धरना शुरू कर दिया। प्रेरकों ने विकास भवन से कलेक्ट्रेट तक जुलूस निकाला, फिर डीएम दफ्तर के सामने नारेबाजी की और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। इसके बाद विकास भवन लौटे, जहां बेमियादी धरने पर बैठ गए।
मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय से संचालित साक्षर भारत मिशन को 31 मार्च के बाद आगे नहीं बढ़ाने से प्रेरक आक्रोशित हैं। सात अप्रैल को महासंघ के बैनर तले धरना देने के बाद कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया था। उसी दिन बेमियादी धरने की चेतावनी भी दी थी। इसके बावजूद न तो योजना का समय विस्तार किया गया और न ही बकाया मानदेय देने के प्रयास किए गए। इससे नाराज प्रेरकों ने बेमियादी धरने की शुरूआत कर दी। संगठन जिलाध्यक्ष अर्चना सिंह ने कहा कि, लगातार दो-तीन महीने की सेवा बढ़ाकर लाखों प्रेरकों को उनके असल मुद्दे से भटकाने की कोशिश की गई है। एक अप्रैल से जिलेभर के 1600 प्रेरक बेरोजगार हो गए। इसके अलावा 35 महीने से मानदेय का भुगतान भी नहीं किया गया है।
धरने में वर्ष 2015 से बकाया मानदेय का एकमुश्त भुगतान एवं तत्काल सेवाएं बहाल करने समेत विभिन्न मांगों को पूरा करने की पुरजोर वकालत की गई। धरने का संचालन पारसनाथ मिश्र ने किया। इस मौके पर विजय कुमार सिंह, पवन यादव, दिलीप सोनकर, किरन मिश्रा, मोनिका शर्मा, अजमल खान, शैलेंद्र वर्मा, अशोक मिश्र, रजोल तिवारी, महेंद्र मोहन आदि मौजूद रहे।