इलाहाबाद : बढ़ सकती हैं आयोग की मुश्किलें, कई परीक्षाओं और उनके रुके परिणाम में लेटलतीफी, आठ अप्रैल को आंदोलन की रणनीति
इलाहाबाद । समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी 2017 की परीक्षा आठ अप्रैल को कराने के बाद उप्र लोक सेवा आयोग की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। भर्तियों की सीबीआइ जांच में उलङो आयोग के अधिकारियों के सामने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए कई परीक्षाओं के अभ्यर्थियों की एकजुटता होने लगी है। इनमें लोअर सबऑर्डिनेट 2015 और अभियंत्रण सेवा 2013 का परिणाम अब तक जारी न होने और पीसीएस 2016 की मुख्य परीक्षा तथा आरओ-एआरओ 2016 की परीक्षा के अभ्यर्थियों से एकजुटता का आह्वान किया गया है। 1आयोग की लेटलतीफी से आक्रोशित अभ्यर्थियों के एक साथ आने से किसी बड़े आंदोलन की रूपरेखा बन सकती है।1इनमें सबसे अधिक नाराजगी लोअर सबऑर्डिनेट 2015 और अभियंत्रण सेवा 2013 के अभ्यर्थियों में है। आयोग में लोअर सबऑर्डिनेट 2015 परीक्षा के अंतर्गत साक्षात्कार 23 फरवरी को पूरे हो चुके हैं। दो बार आश्वासन देने के बावजूद आयोग अब तक इसका परिणाम जारी नहीं कर सका है। पिछले महीने ही लोअर सबऑर्डिनेट के अभ्यर्थियों के विरोध जताने के दौरान आयोग ने आश्वासन दिया था कि अप्रैल के प्रथम सप्ताह में परिणाम देने की पूरी कोशिश होगी। वहीं अपने परिणाम को लेकर करीब डेढ़ साल से आयो ग के चक्कर काट रहे सहायक अभियंता, अवर अभियंता 2013 परीक्षा के अभ्यर्थियों में भी आक्रोश की ज्वाला धधक उठी है। 1फिलहाल अभियंत्रण सेवा के अभ्यर्थी हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं जबकि लोअर सबऑर्डिनेट 2015 के अभ्यर्थियों ने उनसे विरोध प्रदर्शन में साथ आने का आहवान किया है।1लोअर सबऑर्डिनेट 2015 के अभ्यर्थियों ने अपने साथ ही पीसीएस 2016 मुख्य परीक्षा के अभ्यर्थियों और आरओ-एआरओ 2016 के अभ्यर्थियों से भी संपर्क साधना शुरू कर दिया है। इन दोनों ही परीक्षाओं की प्रक्रिया अधर में है। सूत्र बताते हैं कि आयोग से खफा ये सभी अभ्यर्थी अपने अधिकार की लड़ाई के लिए एकजुट हो सकते हैं जिससे आयोग की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।