बदायूं : शिक्षक-प्रबंधन की खींचतान में खतरे में बच्चों का भविष्य
जागरण संवाददाता, बदायूं : एक ओर डीएम जिले में गिर रहे शिक्षा के स्तर को सुधारने की कोशिश में लगे हैं। वहीं शहर के हरमिलाप सनातन धर्म विशन देवी स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों की खींचतान की वजह से ं 77 बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ गया है। अचानक स्कूल बंद करने का निर्णय बच्चों के अभिभावकों पर कहर बनकर टूटा है।
स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को स्कूल बुलाकर आनन-फानन में टीसी काटकर उन्हें थमा दी गई। अब जब अभिभावकों ने अन्य स्कूलों पर प्रवेश के लिए संपर्क साधा तो प्रवेश प्रक्रिया खत्म होने की बात सामने आई। अभिभावकों का कहना है कि अगर अन्य स्कूलों में दाखिला न होने की वजह से बच्चों का एक साल का समय बर्बाद होगा। उन्होने बताया कि स्कूल बंद ही करना था तो तकरीबन छह माह पूर्व ही अभिभावकों को सूचित करना चाहिए था। प्रबंधन ने स्कूल में ताला तो डाल दिया लेकिन यहां पढ़ने वाले 77 बच्चों को जो भविष्य खराब हो रहा है। इसका जिम्मेदार कौन होगा। क्या कहना है स्कूल प्रबंधन
बच्चों के भविष्य से किसी भी प्रकार को कोई खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। स्कूल के पास ही एक अन्य गुरुनानक स्कूल में बच्चों को दाखिल कराने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। उम्मीद है कि बच्चों को यहां दाखिला मिल जाएगा।
- सुभाष आहूजा, सदस्य प्रबंध समिति, हरमिलाप सनातन धर्म विशन देवी स्कूल
अभिभावकों से बात : फोटो 14 बीडीएन - 27
अचानक स्कूल की ओर से सूचना दी गई कि स्कूल बंद हो रहा है। जबरन टीसी काटकर थमा दी गई। स्कूल बंद होने की वजह से बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ गया है। कक्षा आठ में मेरे बेटा पढ़ता है। अगर अन्य स्कूल में बच्चों को दाखिला नही मिला तो अभिभावक डीएम के समक्ष समस्या को रखेंगे।
सरोज मौर्य। फोटो 14 बीडीएन - 28
आपसी मतभेद में बच्चों का भविष्य खतरे में क्यों डाला जा रहा है। शिक्षक से हुई रार में बच्चे व अभिभावकों को परेशानी हो रही है। अन्य स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। जिस कारण अब बच्चों को कहीं भी एडमिशन नहीं मिल रहा है।
मीरा देवी।