कौशाम्बी : कौशांबी के स्वच्छाग्रहियों ने बिहार में लगाई पाठशाला, सराहनीय
नीरज सिंह, कौशांबी1प्रदेश में ओडीएफ (ओपेन डेफिकेटेड फ्री) यानी खुले में शौच से मुक्त की सूची में छठें स्थान पर पहुंचे कौशांबी के प्रयास की गूंज केंद्र सरकार तक पहुंच गई है। जिले के स्वच्छाग्रही व अधिकारियों के प्रयास से मिली इस उपलब्धि के चलते यहां के स्वच्छाग्रहियों को बिहार में स्वच्छता अभियान चलाने के लिए चुना है। यहां से 90 स्वच्छाग्रहियों की टीम बिहार के चंपारण पहुंच गई। वहां से उनको रोहतास जिले को खुले में शौच से मुक्त करने की जिम्मेदारी दी गई है। दस अप्रैल को प्रधानमंत्री चंपारण में एक सभा कर इस कार्यक्रम का समापन करेंगे।11917 में महात्मा गांधी ने चंपारण से सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत की थी। अब स्वच्छता के खिलाफ जंग की गूंज चंपारण में भी है। इसके लिए सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह तक अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत पूरे बिहार को स्वच्छ बनाने का लक्ष्य रखते हुए देश के अन्य प्रदेशों से भी मदद मांगी गई। केंद्र सरकार की ओर से पहल करते हुए देश के विभिन्न हिस्से से स्वच्छाग्रहियों को बिहार भेजा गया है। कौशांबी से चंपारण गई टीम में शामिल अनिल पांडेय ने बताया कि कौशांबी के स्वच्छाग्रही प्रति नौ टीमों में बंटकर प्रतिदिन आठ से नौ गांव व विद्यालय में पहुंचकर लोगों को स्वच्छता के लिए जागरूक कर रहे हैं। यह टीम वहां तीन अप्रैल से काम कर रही है। लोगों को उनको अच्छा सहयोग भी मिल रहा है।’>>90 सदस्यों की टीम ने बिहार के चंपारण में डाला डेरा 1’>>तीन अप्रैल से लोगों को बता रहे स्वच्छता की अहमियतबिहार में स्वच्छता अभियान चलाने के लिए यहां के स्वच्छाग्रहियों का एक दल गया है। वहां से मिल रही सूचना के अनुसार यहां के लोगों का वहां बेहतर प्रदर्शन है। संभावना है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में बेहतरीन काम करने के लिए कौशांबी की टीम को सम्मानित भी किया जाए।1- कमल किशोर, डीपीआरओ कौशांबीबिहार में रोहतास के एक मदरसे में स्वच्छता के प्रति जागरूक करते कौशांबी के स्वच्छाग्रही।