मुरादाबाद : विद्यालय में गंदगी मिलने पर शिक्षकों से मांगा स्पष्टीकरण, बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में देर से आने की आदत शिक्षक नहीं छोड़ पा रहे
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में देर से आने की आदत शिक्षक नहीं छोड़ पा रहे हैं। देश भर में स्वच्छ भारत मिशन चल रहा है लेकिन स्कूलों में गंदगी का अंबार है। शुक्रवार को बीएसए संजय सिंह ने आधा दर्जन से ज्यादा स्कूलों का निरीक्षण किया। जिसमें अनियमितताएं मिलने पर बीएसए ने स्पष्टीकरण मांगा है और देर से आने वाले शिक्षकों का एक दिन का वेतन रोका है। मुरादाबाद ब्लाक के प्राथमिक स्कूल जाटवों वाली मढैंया में 181 बच्चों में 38 बच्चे ही उपस्थित मिले। विद्यालय प्रबंध समिति पंजिका देखी तो उसमें अभिलेखों से छेड़छाड़ पाई गई। उच्च प्राथमिक विद्यालय गुरैठा में मात्र नौ बच्चे उपस्थित मिले और स्कूल देर से पहुंचने पर राजेश कुमारी का मार्च माह का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं। गुरैठा के प्राथमिक विद्यालय में 168 बच्चों में 31 बच्चे ही मौजूद मिले और छात्र संख्या कम होने पर स्पष्टीकरण मांगा है। यही के प्राथमिक विद्यालय द्वितीय व प्राथमिक स्कूल गिन्दौड़ा प्रथम व द्वितीय में भी गंदगी में भी गंदगी मिलने पर एक सप्ताह में स्पष्टीकरण मांगा है। प्राथमिक स्कूल धनपुरा में भी 85 बच्चों के सापेक्ष 36 बच्चे ही मिलने पर स्पष्टीकरण मांगा है।जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में देर से आने की आदत शिक्षक नहीं छोड़ पा रहे हैं। देश भर में स्वच्छ भारत मिशन चल रहा है लेकिन स्कूलों में गंदगी का अंबार है। शुक्रवार को बीएसए संजय सिंह ने आधा दर्जन से ज्यादा स्कूलों का निरीक्षण किया। जिसमें अनियमितताएं मिलने पर बीएसए ने स्पष्टीकरण मांगा है और देर से आने वाले शिक्षकों का एक दिन का वेतन रोका है। मुरादाबाद ब्लाक के प्राथमिक स्कूल जाटवों वाली मढैंया में 181 बच्चों में 38 बच्चे ही उपस्थित मिले। विद्यालय प्रबंध समिति पंजिका देखी तो उसमें अभिलेखों से छेड़छाड़ पाई गई। उच्च प्राथमिक विद्यालय गुरैठा में मात्र नौ बच्चे उपस्थित मिले और स्कूल देर से पहुंचने पर राजेश कुमारी का मार्च माह का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं। गुरैठा के प्राथमिक विद्यालय में 168 बच्चों में 31 बच्चे ही मौजूद मिले और छात्र संख्या कम होने पर स्पष्टीकरण मांगा है। यही के प्राथमिक विद्यालय द्वितीय व प्राथमिक स्कूल गिन्दौड़ा प्रथम व द्वितीय में भी गंदगी में भी गंदगी मिलने पर एक सप्ताह में स्पष्टीकरण मांगा है। प्राथमिक स्कूल धनपुरा में भी 85 बच्चों के सापेक्ष 36 बच्चे ही मिलने पर स्पष्टीकरण मांगा है