मैनपुरी : वेतन न मिलने पर प्रधानाचार्य की आत्मदाह की धमकी,
जनता इंटर कॉलेज में लाखों का घोटाला नौनेर का है मामला, जांच में हुई पुष्टि, पूर्व प्रधानाचार्य ने कॉलेज कोष से निकाल ली धनराशि, डीआइओएस ने भेजा नोटिस
जागरण संवाददता, मैनपुरी : जिले के अशासकीय सहायता प्राप्त कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य ने कॉलेज कोष से लाखों की धनराशि का घोटाला कर लिया। अब नोटिस जारी कर पूर्व प्रधानाचार्य से जवाब मांगा गया है।1मामला जनता इंटर कॉलेज नौनेर का है। यहां प्रधानाचार्य अशोक कुमार सिंह चौहान के सेवानिवृत्त होने के बाद सहायक अध्यापक अजय कुमार सिंह चौहान को बीते वर्ष प्रभारी प्रधानाचार्य बनाया गया था। 1इस पद पर रहते हुए उन्होंने 11.13 लाख का घोटाला कर लिया। अजय कुमार के बाद जब कृष्णबाबू मिश्र को प्रधानाचार्य बनाया गया तो मामले की जानकारी हो सकी। आरोप है कि कॉलेज के सभी कोषों में से पूर्व प्रधानाचार्य द्वारा अनियमित तरीके से धनराशि निकाल ली गई। 1जिला विद्यालय निरीक्षक ने मामले की जांच के लिए एडीआइओएस रघुराज सिंह पाल और राजकीय हाईस्कूल रो¨शगपुर के प्रधानाचार्य नारज सिंह को नामित किया गया। जांच में पता चला कि कॉलेज के कोषों से नौ लाख 65 हजार 386 रुपये की धनराशि का गबन करने के साथ ही एक लाख 47 हजार 879 रुपये का अनियमित लेनदेन भी किया गया है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद विभागीय अधिकारियों द्वारा सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक अनिल कुमार शर्मा और सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी माध्यमिक रामसेवक को मामले की दोबारा जांच करने के लिए नामित किया। उनकी जांच में भी मामला सही पाया गया। जिला विद्यालय निरीक्षक जीएस राजपूत ने बताया कि मामले में पूर्व प्रधानाचार्य अजय कुमार को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया है।1इन कोषों से निकाली गई धनराशि: पूर्व प्रधानाचार्य द्वारा क्रीड़ा क्रय कोष, विज्ञान कोष, निर्धन कोष, स्काउट कोष, विद्युत कोष, कला कोष, परीक्षा कोष और कंप्यूटर लैब कोष से धनराशि निकाली गई है तो वहीं वाचनालय कोष, निर्धन कोष और रेड क्रॉस कोष से अनियमित तरीके से लेनदेन किया गया है।भोगांव : प्राइवेट स्कूल के प्रबंधक ने पूर्व प्रधानाचार्य की कई वर्षों का वेतन नहीं दिया। इसकी शिकायत पुलिस से की गई है। पूर्व प्रधानाचार्य ने वेतन न देने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। मुहल्ला सिंधी गली निवासी ग्रजेश कुलश्रेष्ठ ने मुख्यमंत्री व अन्य अधिकारियों को भेजे शिकायती पक्ष में कहा है कि वह मुहल्ला जगतनगर में स्थित सवरेदय पब्लिक स्कूल में 15 जनवरी 2000 से 2017 तक प्रधानाचार्य थे। विद्यालय प्रबंधक विजय कुमार गौड़ ने उन्हें 2500 रुपये प्रतिमाह वेतन पर रखा था। प्रतिवर्ष 500 रुपये वेतन बढ़ाने की बात कही थी। पद ग्रहण करते समय वह अविवाहिता थे। ट्यूशन पढ़ाकर गुजारा करते रहे। प्रबंधक से अच्छे संबंध होने के कारण उनसे वेतन नहीं मांगा। वर्ष 2017 तक उन्होंने प्रबंधक से वेतन में से अलग-अलग समय में 2 लाख 60 हजार रुपये लिया। 17 वर्ष के उनके कार्यकाल का वेतन 13 लाख 50 हजार रुपये बनता है। प्रबंधक से उन्होंने बकाया वेतन 10 लाख 90 हजार रुपये मांगे तो प्रबंधक ने नौकर से हटा दिया। ग्रजेश कुलश्रेष्ठ ने 10 फरवरी को थाना पुलिस और डीएम को शिकायत दी थी। लेकिन निस्तारण न होने पर मुख्यमंत्री से गुहार लगाई।