औरैया : स्कूल में लगे हैंडपंप खराब बच्चे तरस रहे पानी को
जागरण संवाददाता, औरैया : परिषदीय स्कूलों में बच्चों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है। स्कूलों में लगे हैंडपंप खराब पड़े हैं। इससे प्यास लगने पर बच्चों को घर जाना पड़ता है या वह इधर उधर भटते नजर आते हैं। 1भीषण गर्मी पड़ रही है। पारा 42 डिग्री तक पहुंच रहा है। औरैया विकास खंड क्षेत्र के कई परिषदीय स्कूलों में बच्चों के पानी पीने तक की व्यवस्था नहीं है। स्कूल आने वाले बच्चे पानी न मिलने से परेशान रहते हैं। स्कूलों में लगे हैंडपंप ठूंठ नजर आते हैं। ग्राम जैतापुर में स्थित प्राथमिक विद्यालय में विद्यालय परिसर में लगा हैंडपंप महीनों से खराब पड़ा है। 1स्कूल आने वाले बच्चे प्यास लगने पर अपने घरों की तरफ दौड़ते नजर आते हैं। यह नजारा अकेले जैतापुर का नहीं है। कई परिषदीय स्कूलों में बच्चों को पानी नहीं मिल रहा है। विद्यालय प्रबंध समिति के साथ-साथ जिम्मेदार अधिकारियों का भी इस ओर कोई ध्यान नहीं है। जैतापुर स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया कि हैंडपंप खराब होने के बारे में उन्होंने कई बार ग्राम प्रधान व सचिव को अवगत कराया। लेकिन उन्होंने अभी तक हैंडपंप को ठीक नहीं कराया है। वहीं दयालपुर के पुराना धर्मशाला में स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय में हैंडपंप तो है। लेकिन कई महीनों से खराब पड़ा है। उन्होंने कहा कि नगर पालिका के चुनाव के समय इसको ठीक कराया गया था। उसके कुछ दिनों तक तो यह ठीक रहा। लेकिन फिर खराब हो गया। इसके लिए वह कई बार नगर पालिका में प्रार्थनापत्र दे चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। कहा कि विद्यालय आने वाले बच्चे पानी पीने के लिए पड़ोस के विद्यालय में जाते हैं।जागरण संवाददाता, औरैया : परिषदीय स्कूलों में बच्चों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है। स्कूलों में लगे हैंडपंप खराब पड़े हैं। इससे प्यास लगने पर बच्चों को घर जाना पड़ता है या वह इधर उधर भटते नजर आते हैं। 1भीषण गर्मी पड़ रही है। पारा 42 डिग्री तक पहुंच रहा है। औरैया विकास खंड क्षेत्र के कई परिषदीय स्कूलों में बच्चों के पानी पीने तक की व्यवस्था नहीं है। स्कूल आने वाले बच्चे पानी न मिलने से परेशान रहते हैं। स्कूलों में लगे हैंडपंप ठूंठ नजर आते हैं। ग्राम जैतापुर में स्थित प्राथमिक विद्यालय में विद्यालय परिसर में लगा हैंडपंप महीनों से खराब पड़ा है। 1स्कूल आने वाले बच्चे प्यास लगने पर अपने घरों की तरफ दौड़ते नजर आते हैं। यह नजारा अकेले जैतापुर का नहीं है। कई परिषदीय स्कूलों में बच्चों को पानी नहीं मिल रहा है। विद्यालय प्रबंध समिति के साथ-साथ जिम्मेदार अधिकारियों का भी इस ओर कोई ध्यान नहीं है। जैतापुर स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया कि हैंडपंप खराब होने के बारे में उन्होंने कई बार ग्राम प्रधान व सचिव को अवगत कराया। लेकिन उन्होंने अभी तक हैंडपंप को ठीक नहीं कराया है। वहीं दयालपुर के पुराना धर्मशाला में स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय में हैंडपंप तो है। लेकिन कई महीनों से खराब पड़ा है। उन्होंने कहा कि नगर पालिका के चुनाव के समय इसको ठीक कराया गया था। उसके कुछ दिनों तक तो यह ठीक रहा। लेकिन फिर खराब हो गया। इसके लिए वह कई बार नगर पालिका में प्रार्थनापत्र दे चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। कहा कि विद्यालय आने वाले बच्चे पानी पीने के लिए पड़ोस के विद्यालय में जाते हैं।जानवरों का खूंटा बन गया हैंडपंप ’ जागरण