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कौशाम्बी : मान्यता परिषद की, पढ़ा रहे बाहरी किताबें, क्षेत्र के नर्सरी विद्यालयों में कमीशन की किताब बेचे जाने से अभिभावकों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा

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कौशाम्बी : मान्यता परिषद की, पढ़ा रहे बाहरी किताबें, क्षेत्र के नर्सरी विद्यालयों में कमीशन की किताब बेचे जाने से अभिभावकों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा

संसू, सड़वा चंद्रिका : क्षेत्र के नर्सरी विद्यालयों में कमीशन की किताब बेचे जाने से अभिभावकों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। विद्यालय संचालक मान्यता तो बेसिक शिक्षा परिषद से लिए हैं, लेकिन स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली किताबों का निर्धारण वह खुद करते हैं। नया शिक्षा सत्र शुरू होते ही नर्सरी व कान्वेंट स्कूलों में प्रवेश का कार्य तेजी के साथ चल रहा है। विद्यालयों में बच्चों के प्रवेश के नाम पर लूट मची हुई है। प्रवेश के समय टाई, बेल्ट, डायरी की खरीदारी के नाम पर मोटी फीस वसूली जा रही है। साथ ही विद्यालय में बिकने वाली किताब, कॉपी को खरीदने के लिए बाध्य किया जा रहा है। बाजार में जिस किताब के दाम 20 से 25 रुपये हैं, उसे 80 से 90 रुपये में बेचा जा रहा है। विद्यालय संचालकों द्वारा किए जा रहे शोषण को शिक्षा विभाग नजरअंदाज कर रहा है। कई विद्यालय बिना मान्यता के ही संचालित हो रहे हैं। वहां भी मोटी फीस व किताब के नाम पर वसूली हो रही है। बाबूगंज निवासी राजेश सिंह ,संजय मिश्र, सत्यवीर, राम कुमार जायसवाल सहित कई अभिभावकों ने मुख्यमंत्री व डीएम को शिकायती पत्र सौंपकर स्कूलों की मनमानी पर अंकुश लगाए जाने की मांग की है। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी उपेंद्र सिंह ने कहा कि निरीक्षण करके कार्रवाई की जाएगी।

संसू, सड़वा चंद्रिका : क्षेत्र के नर्सरी विद्यालयों में कमीशन की किताब बेचे जाने से अभिभावकों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। विद्यालय संचालक मान्यता तो बेसिक शिक्षा परिषद से लिए हैं, लेकिन स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली किताबों का निर्धारण वह खुद करते हैं। नया शिक्षा सत्र शुरू होते ही नर्सरी व कान्वेंट स्कूलों में प्रवेश का कार्य तेजी के साथ चल रहा है। विद्यालयों में बच्चों के प्रवेश के नाम पर लूट मची हुई है। प्रवेश के समय टाई, बेल्ट, डायरी की खरीदारी के नाम पर मोटी फीस वसूली जा रही है। साथ ही विद्यालय में बिकने वाली किताब, कॉपी को खरीदने के लिए बाध्य किया जा रहा है। बाजार में जिस किताब के दाम 20 से 25 रुपये हैं, उसे 80 से 90 रुपये में बेचा जा रहा है। विद्यालय संचालकों द्वारा किए जा रहे शोषण को शिक्षा विभाग नजरअंदाज कर रहा है। कई विद्यालय बिना मान्यता के ही संचालित हो रहे हैं। वहां भी मोटी फीस व किताब के नाम पर वसूली हो रही है। बाबूगंज निवासी राजेश सिंह ,संजय मिश्र, सत्यवीर, राम कुमार जायसवाल सहित कई अभिभावकों ने मुख्यमंत्री व डीएम को शिकायती पत्र सौंपकर स्कूलों की मनमानी पर अंकुश लगाए जाने की मांग की है। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी उपेंद्र सिंह ने कहा कि निरीक्षण करके कार्रवाई की जाएगी।

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