बाराबंकी : सीएम तक पहुंची बदहाल प्राथमिक शिक्षा की शिकायत
जागरण टीम, बाराबंकी : सोमवार को शिक्षा क्षेत्र बनीकोडर के कुछ विद्यालयों का हाल देखा गया तो शिक्षा व्यवस्था पर सुधार कहीं नहीं दिखा। जिला प्रशासन की अनदेखी से अफसरों ने विद्यालयों में पठन-पाठन की मॉनीटरिंग बंद कर दी है। कुछ विद्यालयों से शिक्षक गायब मिले, जहां शिक्षक थे, वहां पर बच्चों को पढ़ाया नहीं जा रहा था, बच्चे खेलते मिले और स्कूलों में गंदगी की भरमार थी। इसका लेकर ग्रामीणों ने सीएम योगी तक अफसरों की करतूत बताई गई। कई अभिभावकों ने पत्र लिखकर शिक्षा विभाग के अफसरों पर शिक्षा व्यवस्था न सुधारने का आरोप लगाया है। 1 समय 11:55 बजे। 1हथौंधा : प्राथमिक विद्यालय कोटवा सड़क द्वितीय में 75 बच्चों में से शिक्षक 23 बच्चे आने का दावा कर रहे थे, लेकिन मौके पर 13 बच्चे ही दिखे। बच्चे इधर-उधर खेल रहे थे। यहां शिक्षक तो थे, लेकिन बच्चों को पढ़ाने वाला कोई नहीं था। सहायक अध्यापक सतपाल सिंह यादव व शिक्षा मित्र मौजूद थे और प्रधानाध्यापिका श्वेता भारती अवकाश पर बताई जा रही हैं। यहां काफी अव्यवस्था फैली हुई थी। 1समय 12:08 बजे। 1हथौंधा : प्राथमिक विद्यालय पूरे चुराई में बच्चों की संख्या 56 है, मौके पर मौजूद 16 बच्चे मौजूद मिले। प्रधानाध्यापक सत्यप्रकाश सिंह के अलावा कोई और शिक्षक मौजूद नहीं था। तीन शिक्षामित्र केतकी वर्मा, कंचन सिंह, प्रतिभा चतुर्वेदी हैं पर मौके पर नहीं थे। बच्चे इधर-उधर घूम रहे थे, क्लास में गंदगी की भरमार थी। यहां भी बच्चों की पढ़ाई शिक्षकों की मनमानी की भेंट चढ़ गई। 1 समय 12:25 बजे। 1हथौंधा : पूर्व माध्यमिक विद्यालय रेहारिया में कुल 30 बच्चों में आठ बच्चे ही मौजूद थे। इंचार्ज कृष्ण मोहन गुप्ता व राजेश, सहायक अध्यापक अतुल कुमार हैं। इस विद्यालय में शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे थे। अन्य क्लास में एक सोता हुआ ग्रामीण मिला व तमाम समान इधर-उधर बिखरे हुए थे। यहां भी काफी गंदगी थी। 1पांच वर्षों में ककहरा भी नहीं आया : बनीकोडर क्षेत्र के शिवशंकर बताते हैं कि हमारे बच्चे स्कूलों में पढ़ने जा रहे हैं। पांच वर्ष बीत रहा है कि हमारी बेटिया को ककहरा तक भी याद नहीं हुआ है। लल्लू शुक्ल शिक्षकों को सरकार ने सब कुछ दे रही है, लेकिन यह लोग बच्चों को शिक्षा नहीं दे रहे हैं। शिक्षकों को आखिर शर्मिंदगी क्यों नहीं आती कि उनके बच्चे तो कॉन्वेंट में पढ़ते हैं और गरीब के बच्चे उन्हें दिखाई नहीं दे रहे, जबकि वेतन भी बच्चों को पढ़ाने के लिए दिया जाता है। 1
जागरण टीम, बाराबंकी : सोमवार को शिक्षा क्षेत्र बनीकोडर के कुछ विद्यालयों का हाल देखा गया तो शिक्षा व्यवस्था पर सुधार कहीं नहीं दिखा। जिला प्रशासन की अनदेखी से अफसरों ने विद्यालयों में पठन-पाठन की मॉनीटरिंग बंद कर दी है। कुछ विद्यालयों से शिक्षक गायब मिले, जहां शिक्षक थे, वहां पर बच्चों को पढ़ाया नहीं जा रहा था, बच्चे खेलते मिले और स्कूलों में गंदगी की भरमार थी। इसका लेकर ग्रामीणों ने सीएम योगी तक अफसरों की करतूत बताई गई। कई अभिभावकों ने पत्र लिखकर शिक्षा विभाग के अफसरों पर शिक्षा व्यवस्था न सुधारने का आरोप लगाया है। 1 समय 11:55 बजे। 1हथौंधा : प्राथमिक विद्यालय कोटवा सड़क द्वितीय में 75 बच्चों में से शिक्षक 23 बच्चे आने का दावा कर रहे थे, लेकिन मौके पर 13 बच्चे ही दिखे। बच्चे इधर-उधर खेल रहे थे। यहां शिक्षक तो थे, लेकिन बच्चों को पढ़ाने वाला कोई नहीं था। सहायक अध्यापक सतपाल सिंह यादव व शिक्षा मित्र मौजूद थे और प्रधानाध्यापिका श्वेता भारती अवकाश पर बताई जा रही हैं। यहां काफी अव्यवस्था फैली हुई थी। 1समय 12:08 बजे। 1हथौंधा : प्राथमिक विद्यालय पूरे चुराई में बच्चों की संख्या 56 है, मौके पर मौजूद 16 बच्चे मौजूद मिले। प्रधानाध्यापक सत्यप्रकाश सिंह के अलावा कोई और शिक्षक मौजूद नहीं था। तीन शिक्षामित्र केतकी वर्मा, कंचन सिंह, प्रतिभा चतुर्वेदी हैं पर मौके पर नहीं थे। बच्चे इधर-उधर घूम रहे थे, क्लास में गंदगी की भरमार थी। यहां भी बच्चों की पढ़ाई शिक्षकों की मनमानी की भेंट चढ़ गई। 1 समय 12:25 बजे। 1हथौंधा : पूर्व माध्यमिक विद्यालय रेहारिया में कुल 30 बच्चों में आठ बच्चे ही मौजूद थे। इंचार्ज कृष्ण मोहन गुप्ता व राजेश, सहायक अध्यापक अतुल कुमार हैं। इस विद्यालय में शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे थे। अन्य क्लास में एक सोता हुआ ग्रामीण मिला व तमाम समान इधर-उधर बिखरे हुए थे। यहां भी काफी गंदगी थी। 1पांच वर्षों में ककहरा भी नहीं आया : बनीकोडर क्षेत्र के शिवशंकर बताते हैं कि हमारे बच्चे स्कूलों में पढ़ने जा रहे हैं। पांच वर्ष बीत रहा है कि हमारी बेटिया को ककहरा तक भी याद नहीं हुआ है। लल्लू शुक्ल शिक्षकों को सरकार ने सब कुछ दे रही है, लेकिन यह लोग बच्चों को शिक्षा नहीं दे रहे हैं। शिक्षकों को आखिर शर्मिंदगी क्यों नहीं आती कि उनके बच्चे तो कॉन्वेंट में पढ़ते हैं और गरीब के बच्चे उन्हें दिखाई नहीं दे रहे, जबकि वेतन भी बच्चों को पढ़ाने के लिए दिया जाता है। 1
जागरण टीम, बाराबंकी : सोमवार को शिक्षा क्षेत्र बनीकोडर के कुछ विद्यालयों का हाल देखा गया तो शिक्षा व्यवस्था पर सुधार कहीं नहीं दिखा। जिला प्रशासन की अनदेखी से अफसरों ने विद्यालयों में पठन-पाठन की मॉनीटरिंग बंद कर दी है। कुछ विद्यालयों से शिक्षक गायब मिले, जहां शिक्षक थे, वहां पर बच्चों को पढ़ाया नहीं जा रहा था, बच्चे खेलते मिले और स्कूलों में गंदगी की भरमार थी। इसका लेकर ग्रामीणों ने सीएम योगी तक अफसरों की करतूत बताई गई। कई अभिभावकों ने पत्र लिखकर शिक्षा विभाग के अफसरों पर शिक्षा व्यवस्था न सुधारने का आरोप लगाया है। 1 समय 11:55 बजे। 1हथौंधा : प्राथमिक विद्यालय कोटवा सड़क द्वितीय में 75 बच्चों में से शिक्षक 23 बच्चे आने का दावा कर रहे थे, लेकिन मौके पर 13 बच्चे ही दिखे। बच्चे इधर-उधर खेल रहे थे। यहां शिक्षक तो थे, लेकिन बच्चों को पढ़ाने वाला कोई नहीं था। सहायक अध्यापक सतपाल सिंह यादव व शिक्षा मित्र मौजूद थे और प्रधानाध्यापिका श्वेता भारती अवकाश पर बताई जा रही हैं। यहां काफी अव्यवस्था फैली हुई थी। 1समय 12:08 बजे। 1हथौंधा : प्राथमिक विद्यालय पूरे चुराई में बच्चों की संख्या 56 है, मौके पर मौजूद 16 बच्चे मौजूद मिले। प्रधानाध्यापक सत्यप्रकाश सिंह के अलावा कोई और शिक्षक मौजूद नहीं था। तीन शिक्षामित्र केतकी वर्मा, कंचन सिंह, प्रतिभा चतुर्वेदी हैं पर मौके पर नहीं थे। बच्चे इधर-उधर घूम रहे थे, क्लास में गंदगी की भरमार थी। यहां भी बच्चों की पढ़ाई शिक्षकों की मनमानी की भेंट चढ़ गई। 1 समय 12:25 बजे। 1हथौंधा : पूर्व माध्यमिक विद्यालय रेहारिया में कुल 30 बच्चों में आठ बच्चे ही मौजूद थे। इंचार्ज कृष्ण मोहन गुप्ता व राजेश, सहायक अध्यापक अतुल कुमार हैं। इस विद्यालय में शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे थे। अन्य क्लास में एक सोता हुआ ग्रामीण मिला व तमाम समान इधर-उधर बिखरे हुए थे। यहां भी काफी गंदगी थी। 1पांच वर्षों में ककहरा भी नहीं आया : बनीकोडर क्षेत्र के शिवशंकर बताते हैं कि हमारे बच्चे स्कूलों में पढ़ने जा रहे हैं। पांच वर्ष बीत रहा है कि हमारी बेटिया को ककहरा तक भी याद नहीं हुआ है। लल्लू शुक्ल शिक्षकों को सरकार ने सब कुछ दे रही है, लेकिन यह लोग बच्चों को शिक्षा नहीं दे रहे हैं। शिक्षकों को आखिर शर्मिंदगी क्यों नहीं आती कि उनके बच्चे तो कॉन्वेंट में पढ़ते हैं और गरीब के बच्चे उन्हें दिखाई नहीं दे रहे, जबकि वेतन भी बच्चों को पढ़ाने के लिए दिया जाता है। 1
*अभिभावकों ने सीएम को लिखा पत्र, बताई अफसरों की करतूत, बनीकोडर शिक्षा क्षेत्र का हाल, गंदगी में बैठे मिले बच्चे, गायब मिले शिक्षक*
लल्लू शुक्ल शिवशंकरसुबह 11:52 बजे प्राथमिक विद्यालय कोटवा सड़क में खेलते बच्चे ’जागरणदोपहर 12:22 बजे पूर्व माध्यमिक विद्यालय रेहारिया के कक्ष में सोता ग्रामीण ’जागरणदोपहर 12:08 बजे प्राथमिक विद्यालय पूरेचुरई के कक्ष में फैली गंदगी ’जागरणसुबह 11:55 बजे प्राथमिक विद्यालय कोटवा सड़क में बैठे चंद बच्चे ’जागरणइधर मैं अवकाश पर चल रहा हूं, अवकाश के बाद सबसे पहले विद्यालयों का औचक निरीक्षण करना होगा। लापरवाह शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 1-अजीत सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी, बनीकोडर, बाराबंकी। 1