औरैया : रसोइया के सहारे चलता मिला विद्यालय, परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले। इसके लिए सरकार तरह-तरह की योजनाएं चला रही
जागरण संवाददाता, औरैया : परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले। इसके लिए सरकार तरह-तरह की योजनाएं चला रही है। लेकिन यह योजनाएं परवान नहीं चढ़ पा रही हैं। इसका मुख्य कारण है जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता। ऐसे ही कई मामले शनिवार को सामने आए। जहां शिक्षा मित्र व रसोइया विद्यालय को संचालित करते मिले। इन विद्यालयों में बच्चे भी कम थे।*Rajkumar yadav mal lucknow* 1परिषदीय विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को शासन द्वारा निश्शुल्क पाठ्य पुस्तकें, बैग, ड्रेस, मिडडे मील आदि दिया जाता है। वहीं इनके स्वास्थ्य की भी देखभाल की जाती है। इसके लिए भी कैंपों का आयोजन किया जाता है। इससे इन स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य का भी ख्याल रखा जाता है। शनिवार को औरैया विकास खंड क्षेत्र के दयालपुर के पुराना धर्मशाला में स्थित प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को रसोइया पढ़ा रही थीं। जबकि प्रधानाध्यापक गायब थे। जैसे ही कुछ समय बीता, प्रधानाध्यापक सुनील कुमार आ गए। उन्होंने बताया कि वह विद्यालय के कार्य से ही बीआरसी पर गए थे। इससे आने में देर हो गई। जब उनसे विद्यालय में बच्चों की संख्या के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि विद्यालय में 35 बच्चे हैं। बीते वर्ष भी इतने ही बच्चे विद्यालय में थे। इस दौरान उनकी बाइक प्रधानाध्यापक कक्ष में खड़ी नजर आई। इस पर उन्होंने बताया कि धूप बहुत है। धूप से बचाने के लिए बाइक को अंदर खड़ा किया है। वहीं दयालपुर के एक अन्य प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा मित्र व एक बच्चा मौजूद था। शिक्षामित्र ने बताया कि बच्चे पढ़ने के लिए आते ही नहीं हैं। जब उनसे प्रधानाध्यापक के बारे में जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि उनके पास पढ़ीन दरवाजा विद्यालय का भी चार्ज है, वह वहीं गए हैं। पढ़ीन दरवाजा स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा मित्र डीएलएड के प्रशिक्षुओं के साथ बैठी थीं। जानकारी करने पर उन्होंने बताया कि 10-12 बच्चे आए थे। रसोइया आई नहीं हैं। इससे छुट्टी कर दी है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एसपी यादव ने बताया कि सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांग कर कार्रवाई की जाएगी।कक्षा में पढ़ते बच्चे । जागरण’ समय से पहले ही शिक्षा मित्र ने कर दी छुट्टी1’ एक प्राथमिक विद्यालय में एक ही बच्चा मिला मौजूद