हरदोई : अंग्रेजी स्कूलों से जी चुरा रहे गुरुजी, परिषदीय विद्यालयों में चिन्हित स्कूलों को अंग्रेजी मीडियम बनाने पर सरकार जोर दे रही है लेकिन अध्यापकों में कम रुचि दिख रही
जागरण संवाददाता, हरदोई: परिषदीय विद्यालयों में चिन्हित स्कूलों को अंग्रेजी मीडियम बनाने पर सरकार जोर दे रही है लेकिन अध्यापकों में कम रुचि देख रही है। पूर्व में तो दूर स्कूल भेजे जाने के डर से नाम मात्र आवेदन किए गए, अब फिर से आवेदन शुरू तो हुए हैं लेकिन विद्यालयों में रिक्तियों के सापेक्ष शिक्षक शिक्षिकाएं नहीं मिल रहे हैं।
नगर क्षेत्र के तो आंठों विद्यालयों के लिए कोई अध्यापक ही आगे नहीं आया है। देखा जाए तो अंग्रेजी से गुरू जी, जी चुरा रहे हैं। ऐसे में अंग्रेजी मीडियम स्कूल बस जुगाड़ से शुरू हो सके हैं।शासन स्तर से परिषदीय विद्यालयों में भी अंग्रेजी मीडियम पढ़ाई शुरू कराई गई है। प्रदेश के पांच हजार विद्यालयों में हरदोई के 510 स्कूल चुने गए। जिनमें एक प्रधानाध्यापक,चार सहायक अध्यापकों की नियुक्ति होनी थी। नियुक्ति प्रक्रिया काफी दिनों से चल रही है। शुरू में तो अध्यापकों ने कोई रुचि नहीं ली और मात्र 121 अध्यापकों का चयन किया जा सका। 1जिसमें 90 सहायक और 31 प्रधानाध्यापक रखे गए। 55 विद्यालयों में तो जुगाड़ से तैनाती हो गई, नगर क्षेत्र के आठ मिलाकर 45 विद्यालयों के लिए तो कोई अध्यापक ही नहीं मिले। अब फिर से आवेदन मांगे गए हैं। शिक्षकों का कहना है कि पूर्व में तैनाती को लेकर असमंजस था। जिसको लेकर नियुक्ति नहीं हो सकी। ऐसा नहीं कि अध्यापकों को अंग्रेजी नहीं आती।1 शिक्षित हैं और सब कुछ जानते भी हैं लेकिन अधिकांश का मानना है कि अंग्रेजी मीडियम स्कूलों में ज्यादा बवाल होगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मसीहुज्जमा सिद्दीकी का कहना है कि अध्यापकों के आवेदन पत्र बढ़े हैं और उनकी तैनाती में भी दिक्कत नहीं है। 1’>>अंग्रेजी मीडियम स्कूलों को नहीं मिल पा रहे अध्यापक1’>>शिक्षित हैं अध्यापक पर बवाल सोचकर पीछे हटा रहे कदम1