महराजगंज : सुधर नहीं सकी जर्जर विद्यालय की स्थिति, पिछले बारिश के बाद प्राथमिक विद्यालय धनेवा प्रथम के एक कमरे के बैठने के छह महीने बाद भी उसकी स्थिति को सुधारने के लिए जिम्मेदारों ने अब तक कोई रुचि नहीं दिखाई
महराजगंज: शिक्षा व्यवस्था को सुधरने के लिए शासन द्वारा निरंतर कदम उठाया जा रहा है, मगर सारा जोर बच्चों के नामांकन, शिक्षकों के ठहराव व कार्यक्रमों के संचालन पर है। जिन बदहाल व्यवस्थाओं से बच्चों को दिक्कत आ रही है। उसे सुधारने की दिशा में कोई खास पहल नहीं की जा रही है। पिछले बारिश के बाद प्राथमिक विद्यालय धनेवा प्रथम के एक कमरे के बैठने के छह महीने बाद भी उसकी स्थिति को सुधारने के लिए जिम्मेदारों ने अब तक कोई रुचि नहीं दिखाई है। सदर क्षेत्र के धनेवा में स्थित प्राथमिक विद्यालय प्रथम भवन का निर्माण 1959 में हुआ था। सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में विद्यालय भवन का एक कमरा बारिश के बाद रात में बैठ गया।
सौभाग्य था कि जर्जर भवन छुट्टी के दिन गिरा तथा वह भी रात में। जर्जर भवन की स्थिति देख प्रधानाचार्य ने डीएम व बीएसए को रजिस्टर्ड पत्र भेजकर विद्यालय में नए भवन का निर्माण कराने की मांग की थी, मगर आठ माह बीतने के बाद भी अब तक उस दिशा में कोई सार्थक कदम नहीं उठाया गया है। विद्यालय में वर्तमान समय में 115 से अधिक बच्चे हैं , तथा एक कमरे में ही गतिविधियां संचालित हो रही हैं। एक अन्य कमरे को प्राथमिक विद्यालय द्वितीय से उधार लेकर बच्चों को शिक्षा देने का कार्य किया जा रहा है।
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जर्जर भवन के निर्माण का होगा प्रयास:बीइओ
खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि धनेवा प्राथमिक विद्यालय प्रथम के जर्जर भवन के निर्माण की दिशा में प्रयास किए जाएंगे। प्रयास होगा कि बारिश से पूर्व भवन की मरम्मत हो जाए।