बदायूं : तालाबंदी के अगले दिन बंद रहा विद्यालय, परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को कांवेंट विद्यालयों की तर्ज पर शिक्षित करने को अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों का संचालन शुरू कराया जा रहा
संसू, रिसौली : परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को कांवेंट विद्यालयों की तर्ज पर शिक्षित करने को अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों का संचालन शुरू कराया जा रहा है। प्रक्रिया गतिमान है, लेकिन जिम्मेदारों ने विद्यालयों के चयन में भी खेल कर दिया। छात्र-छात्राओं के पंजीकरण व भौतिक परिवेश के आधार पर विद्यालयों का चयन किया गया। फिर दोबारा सूची जारी करके उस विद्यालय को सूची से बाहर कर दिया। विकास क्षेत्र अंबियापुर के ऐसे ही एक विद्यालय रिसौली को सूची से पृथक करने पर ग्रामीणों ने विद्यालय में सोमवार को तालाबंदी की और मंगलवार को विद्यालय बंद रखा गया। परिषदीय विद्यालयों के गरीब बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई मिलने की सूचना पर अभिभावक बेहद खुश हुए, लेकिन चंद दिनों में ही खुशी हवा में उड़ गई। विद्यालय जाकर प्रधानाध्यापक अजय प्रिय गौतम से जानकारी की तो उन्होंने अन्य विद्यालय को सूची में शामिल करने की बात कह दी। जिसपर ग्रामीणों को गुस्सा आ गया। विद्यालय में ही बैठकर धरना-प्रदर्शन करने लगे। कहा कि जब पंजीकृत संख्या लगभग तीन सौ है तो विद्यालय को क्यों हटाया गया। उन्होंने कहा कि मंगलवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर उनके विद्यालय में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई के लिए ¨चहित करने की मांग की जाएगी। खंड शिक्षा अधिकारी लालबाबू द्विवेदी ने बताया कि विकास क्षेत्र में पांच विद्यालयों को चि¨हत किया जाना था, बीएसए के निर्देश पर मानक के अनुसार विद्यालयों का चयन किया गया है। विद्यालय अंग्रेजी माध्यम के लिए चिह्नित न हो पाने की वजह से ग्रामीण नाराज थे।