फैजाबाद : बीएसए पर लगे आरोपों की जांच शुरू, हड़कंप
फैजाबाद : बीएसए पर लगे आरोपों की जांच शुरू हो गई है। इसको लेकर कार्यालय में हड़कंप मचा रहा। विभाग के निदेशक के निर्देश पर मंगलवार को सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा संध्या श्रीवास्तव ने 12 ¨बदुओं की शिकायत पर जांच प्रारंभ की। जांच की जद में विद्यालयों की प्रबंध समिति का प्रशिक्षण भी आ गया है। इस दौरान कार्यालय का डिस्पैच रजिस्टर, शिक्षकों की निलंबन बहाली, एडीएम, सीसीएल सहित अन्य शिकायतों से संबंधित पत्रावली की मांग कर जांच की गई। जांच अधिकारी ने कैशबुक भी देखा और जांच की। हाल यह रहा डिस्पैच रजिस्टर देने तक में आनाकानी की गई। इस पर संबंधित कर्मी को फटकार लगाई गई।
डीसी एमडीएम की गैरहाजिरी के कारण पत्रावली जांच अधिकारी को नहीं मिल सकी। कार्यालय से गायब मिले डीसी एमडीएम का एक दिन का वेतन एडीबेसिक ने रोकने का आदेश दिया। जांच पड़ताल के दौरान सभी पटल सहायकों से बारी-बारी पूछताछ हुई। इससे पहले जांच अधिकारी के पहुंचने पर बीएसए कार्यालय से उठकर चली गईं, हालांकि बाद में वे फिर लौटी। बीएसए स्कूल चलो अभियान में व्यस्त बताई गईं। कार्यालय में दिन भर अफरातफरी मची रही। शाम तक जिम्मेदार अपनी पत्रावली समेटते देखे गए।
----------------------ये है आरोप
-प्राथमिक विद्यालय व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के प्रबंध समिति के प्रशिक्षण के लिए प्रति विद्यालय 1800 रुपये की दर से न्याय पंचायत समन्वयकों को दिया गया था। आरोप है कि बीएसए ने अपने चहेते शिक्षकों के माध्यम से इसमें से 50 फीसदी धनराशि वसूलवा ली। अमान्य विद्यालयों से मान्यता के नाम पर अधिकारियों पर धनादोहन कर इन्हें नियम विरुद्ध संचालित करने का आरोप है। कस्तूरबा विद्यालयों की क्रीड़ा रैली के लिए स्वीकृत धनराशि एक लाख पचास हजार रुपये में खेल किया है। इसी विद्यालयों के अध्ययनरत बालिकाओं के शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम में भी भ्रष्टाचार करने का आरोप, स्वेटर वितरण में अनियमितता व निम्न क्वालिटी का स्वेटर वितरण करने, साक्षरता मिशन के अंतर्गत फर्नीचर क्रय प्रक्रिया में खेल का आरोप है। साथ ही पढ़ो भारत-बढ़ो भारत कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक ब्लॉक में पांच-पांच विद्यालयों में पुस्तकों की खरीदारी में गड़बड़ी करने का आरोप भी है। चहेती फर्म से जबरदस्ती सस्ते प्रकाशन की पुस्तकें खरीदवाने की शिकायत है। महिला शिक्षकों को प्रदान किए जाने वाले बाल्य देखभाल अवकाश सीसीएल देने में भ्रष्टाचार व्याप्त होने का आरोप है। एमडीएम निरीक्षण के नाम पर अध्यापकों का शोषण का आरोप भी है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय अछोरा हैरिग्टनगंज के रामकुमार पांडेय एवं प्राथमिक विद्यालय हैदरपुर के अजेंद्र मयाबाजार का वेतन अराकरण रोका गया। ब्लॉक समन्वयकों की नियुक्ति में भी बड़े आरोप हैं।