चित्रकूट : अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को नहीं मिल रहे शिक्षक
जागरण संवाददाता, चित्रकूट: प्रदेश सरकार प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है। जिले के तीन दर्जन परिषदीय विद्यालयों को कानवेंट की तर्ज पर माडल स्कूल का दर्जा देकर अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई का इंतजाम किया गया है काफी प्रयास के बावजूद इन विद्यालयों में पढ़ाने के लिए शिक्षक ढूढ़े नहीं मिल रहे हैं।
जिले के पांच ब्लाकों में सात सात विद्यालयों को माडल स्कूल का दर्जा दिया गया है। इनमें शिक्षण कार्य पूरी तरह से अंग्रेजी माध्यम से किया जाना है। जिले में अंग्रेजी माध्यम से बच्चों को पढ़ा सकने वाले शिक्षकों से आवेदन मांगे गए थे। इसके बावजूद जरूरत के मुताबिक आवेदन ही नहीं आए। माडल स्कूल में एक प्रधानाचार्य और चार सहायक अध्यापक चाहिए। इसके बावजूद सभी 35 माडल स्कूलों को केवल प्रधानाध्यापक ही मिल पाए। शिक्षण कार्य की जिम्मेदारी उठाने के लिए सभी माडल स्कूल के लिए कुल 140 सहायक अध्यापकों की जरूरत है। इसके बावजूद अब तक 51 सहायक अध्यापकों की ही व्यवस्था हो पाई है। विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों और सहायक अध्यापकों ने अप्रैल के शुरुआत में ही कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शिक्षकों की कमी के चलते इन विद्यालयों में किस प्रकार शिक्षण कार्य होगा अंदाजा लगाया जा सकता है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद प्रकाश शर्मा ने बताया कि शासन की मंशानुरूप कार्य किया जा रहा है। यदि आगे कोई नोटिस आती है तो माडल विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन मांगे जाएंगे।
जिले के माडल विद्यालय
सदर ब्लाक में प्राथमिक विद्यालय नई दुनिया, सेमरिया जगन्नाथवासी, बनाड़ी, कसहाई प्रथम, कंपोजिट विद्यालय लोढ़वारा, खुटहा, बगलई को माडल स्कूल का दर्जा मिला है। इसी प्रकार रामनगर में प्राथमिक विद्यालय देउंधा, बरिया, खजुरिहा खुर्द, बिनौरा, बरेठी, करौंदीकला, पियरियामाफी, मऊ ब्लाक में प्राथमिक विद्यालय मुर्का, छिवलहा प्रथम, सुरौंधा, कोलमजरा प्रथम, मनकुंआर, खंडेहा, बरगढ़ प्रथम, पहाड़ी में कुचारम, गोंडानवाब, बछरन, मोहरवां, औदहा प्रथम, महुवा गांव, बेराउर, मानिकपुर ब्लाक में प्राथमिक विद्यालय सरहट, बघौड़ा, सरैंया प्रथम, अगरहुंड़ा प्रथम, बगरेही प्रथम, सेमरदहा, लखनपुर आदि शामिल हैं।