बाराबंकी : नए सत्र के बीते पांच दिन, पहुंचे चंद नौनिहाल, ताकते रहे गुरूजी की राह! सत्र नया, किताबें पुरानी, स्कूलों में नहीं शुरू हुई पढ़ाई
जागरण टीम, बाराबंकी : नए शिक्षा सत्र के पांचवें दिन भी प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में पठन-पाठन माहौल बनता नहीं दिखाई दिया। विद्यालयों में चंद छात्र-छात्रएं तो आए पर शिक्षक स्कूल चलो के नाम पर जन जागरण करने का दावा करते नजर आए। जागरण टीम ने दरियाबाद और बनीकोडर ब्लॉक क्षेत्र के स्कूलों में देखा तो प्राथमिक शिक्षा की बदरंग तस्वीर यहां भी सामने आई। कहीं विद्यालय बंद मिले तो कहीं अध्यापक निष्क्रिय दिखे। बिना किताब-कापी के आए चंद छात्र-छात्रएं कक्षा में गुरू जी की राह ताकते रहे। 1दृश्य एक : चार में से दो शिक्षक ही मिले उपस्थिति पूर्व माध्यमिक विद्यालय मुरारपुर दोपहर 12 बजे चार शिक्षकों में से अंतिमा श्रीवास्तव, शीलू रानी स्कूल में मिलीं, शिक्षक जितेंद्र कुमार, मंजू चौहान नहीं मिले। कुल 104 में सिर्फ 15 छात्र ही उपस्थित थे। किताबें न मिलने से बच्चे मैदान व कक्षा में धमाचौकड़ी मचाए हुए थे। 1दृश्य दो : प्राथमिक विद्यालय मुरारपुर में शिक्षक पूजा, रूपरानी, वर्षारानी स्कूल आए 112 में केवल 12 छात्रों की उपस्थिति से मायूस मिलीं। किताबें न मिलने से कुछ बच्चे बाहर खेल रहे थे, तो कुछ कक्ष में जमीन पर बैठे मिले। 1दृश्य तीन : हथौंधा : विकास खंड बनीकोडर के प्राथमिक विद्यालय मेडुवा में 11 बजकर 35 मिनट पर बच्चे खेल रहे थे। 140 में 12 बच्चे आए थे, प्रधानाध्यापिका सदा रहमान, शिक्षिका राज कुमारी, ¨बदु सिंह आपस में बैठी बातें करती मिलीं। यहीं के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 11 बजकर 48 मिनट पर कक्षा में कोई टीचर नहीं था। यहां 88 में 12 बच्चे ही आए थे। 1दृश्य चार : हथौंधा : बनीकोडर के प्राथमिक विद्यालय कोडरी में। प्राथमिक विद्यालय राजाकटरा में प्रधानाध्यापक शैलेंद्र द्विवेदी, शिक्षामित्र रामतीर्थ आपस में बात कर रहे थे। यहां 55 में मात्र पांच बच्चे स्कूल आए थे। प्रधानाध्यापक ने बताया कि 20 बच्चे शिक्षक रमाकांत के साथ गांव गए हुए हैं। पूर्व माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक महेश पाठक, शिक्षक सुनील शर्मा, अराधना सिंह, शिल्पी गुप्ता 12 बजे विद्यालय बंद कर चले गए। 1मास्टरजी पढ़ावत कम बतियात ज्यादा: अभिभावक रामसरन कहते हैं कि अब तौ सरकारी विद्यालय में जो पढ़ावय वह अपनय बच्चे का भविष्य बेकार करित है। विद्यालय में मास्टर जी पढ़ावत कम, बतियात ज्यादा हैं। उमाशंकर बताते हैं कि अक्सर स्कूल समय से पहले बंद हो जाता है। यहां बच्चे बैठे रहते हैं लेकिन मास्टर जी तनिक भी नहीं पढ़ाते हैं।समय 12:15 बजे बंद पड़ा प्राथमिक विद्यालय कोडरी तथा 12:27 बजे प्राथमिक विद्यालय राजा कटरा में खाली बैठे शिक्षक ’जागरण