गोरखपुर : रिश्तों का कत्ल, अन्धी प्यार में शिक्षिका पत्नी ने करा दी पति की हत्या, पति ने ही पढ़ा लिखाकर दिलावाई थी नौकरी
वरिष्ठ संवाददाता ,गोरखपुर । इलेक्ट्रिक व्यापारी विनोद शर्मा की हत्या उनकी शिक्षिका पत्नी ने ही अपने दूसरे नम्बर के प्रेमी और उसके सहयोगी की मदद से कराई थी। रविवार को हत्या का खुलासा करते हुए एसएसपी शलभ माथुर ने यह जानकारी दी। हत्या में शामिल शिक्षिका, उसका प्रेमी तथा आटो चालक दोस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
चिलुआताल के कोईलहवा नकहा नंबर 2 के रहने वाले व्यापारी विनोद शर्मा की शुक्रवार की रात में गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। घटना के वक्त वह अपनी बाइक से मटन खरीदने बाजार जा रहे थे। घर से कुछ दूरी पर सड़क के किनारे खून से लथफथ हाल में उनकी लाश मिली थी।
घटना की जांच में जुटी पुलिस को हत्या के पीछे प्रेम कहानी सामने आई है। पता चला है कि विनोद की पत्नी आशा शिक्षिका है और कुशीनगर के अहिरौली स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में उसकी पोस्टिंग है। स्कूल आने-जाने के दौरान उसका पिपराइच के रहने वाले अनूप मोदनवाल से प्रेम हो गया था। पिपराइच कस्बा निवासी अनूप ने आशा के कहने पर अपने दोस्त आटो चालक संदीप मद्धेशिया के साथ मिलकर व्यापारी विनोद की गला रेत कर हत्या कर दी थी।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
शिक्षिका ने अपने प्रेमी अनूप को एक प्लान के मुताबिक शुक्रवार की शाम को बुलाया। वह अपने साथी टेंपो चालक संदीप को बाइक से लेकर कोइलहवा गांव पहुंच गया। घर से कुछ दूर सुनसान स्थान पर अंधेरे में विनोद की हत्या का प्लान था। विनोद जब दुकान से घर आया तब उसकी हत्या नहीं हो पाई थी लिहाजा मौसम का हवाला देकर पत्नी ने रात में पति को मटन खरीदने के बहाने दोबारा बाजार भेज दिया। जब वह घ्रर से निकला तो प्रेमी को फोन कर सूचना दी। तय स्थान पर खड़े अनूप और संदीप ने विनोद पर चाकू से हमला कर दिया। गला रेतकर उसकी हत्या कर दी।
मोबाइल लोकेशन से खुला हत्या का राज
विनोद की हत्या के बाद घरवालों का सबसे पहला शक आशा के पहले प्रेमी के ऊपर गया था। लेकिन पुलिस ने आशा के मोबाइल कॉल की जांच की तो दूसरी कहानी सामने आई। यहां पता चला कि वह अनूप नामक युवक से वह मोबाइल से काफी बात करती है। यही नहीं हत्या के दौरान अनूप का लोकेशन भी घटनास्थल पर मिला। पुलिस ने इसी आधार पर अनूप को गिरफ्तार किया और पूछताछ में सारी कहानी सामने आ गई।
यह हुआ बरामद
तीनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी के साथ ही हत्या में इस्तेमाल आला कत्ल दो चाकू, तीन मोबाइल, बाइक और खून से सने कपड़े को पुलिस ने बरामद किया है। वहीं चिलुआताल थाना प्रभारी राणा देवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में उनकी टीम एसआई वीवी राजभर, नितिन रघुनाथ, हेड कांस्टेबल रामदरस यादव, कांस्टेबल आशुतोष सिंह, हरेराम यादव, दीनदयाल चौरसिया, वृजानंद यादव तथा सर्विलांस टीम ने गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
स्कूल आते-जाते अनूप ने कर ली शिक्षिका से दोस्ती
विनोद की पत्नी आशा कुशीनगर जिले के अहिरौली में स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका है। वह रोजाना आटो से स्कूल जाती थी। स्कूल आते जाते ही करीब 12 महीने पहले आशा से अनूप से दोस्ती हो गई। अनूप का दोस्त संदीप आटो चलाता था। अनूप ने संदीप से आशा का परिचय कराकर उसकी के आटो से स्कूल भेजता था।
विनोद को हो गया था शक
आशा की करीब 15 साल पहले विनोद से शादी हुई थी। शादी से पहले भी उसका एक ब्याय फ्रेंड था। उसको लेकर काफी विवाद चला बाद में समझौता हुआ तो मामला खत्म हुआ था लेकिन इस बीच पता चला कि आशा ने अपने पहले प्रेमी को छोड़ अनूप से नजदीकी बना ली। मोबाइल से बात करने लगी। शक के आधार पर विनोद ने उसके स्कूल पर पहुंच कर जांच की तो पता चला कि वह स्कूल के समय भी ज्यादातर गायब रहती थी। विनोद ने उसका पीछा किया तो अनूप के साथ घूमते हुए उसे पकड़ लिया था। इसको लेकर धर में एक बार फिर कलह मच गई थी।
आशा ने कहा पति को मार दो तभी मिल पाएंगे हम
खुलासे के दौरान आरोपी अनूप ने बताया कि आशा ने पति की हत्या के लिए उसे उकसया था। उसने कहा था कि अगर उसका पति रहेगा तो वे लोग मिल नहीं पाएंगे। प्रेम में अंधा हो चुका अनूप आशा के लिए उसके पति की हत्या की योजना में शामिल हो गया और आटो चालक संदीप को भी साथ मिला लिया।
विनोद ने ही पढ़ा लिखाकर दिलावाई थी नौकरी
विनोद की आशा से 15 साल पहले शादी हुई थी। जब वह ससुराल आई तो सिर्फ ग्रेजुएट थी। आशा की पढ़ाई की इच्छा को देखते हुए विनोद ने उसका बीएड में दाखिला कराया और बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा भी दिलाई। पास होने के बाद 2014 में आशा को नौकरी मिली और सहायक अध्यापिका के पद पर अहिरौली में उसकी पहली तैनाती हुई थी।
दो बच्चों की मां है आशा
विनोद दो बच्चों हैं। बड़ा बेटा रणवीर 13 साल तथा छोटा अर्पित 10 साल का है। उनके बड़े भाई मनोज शर्मा की फर्निचर की दुकान है जबकि पिता रेलवे कर्मचारी थे।