इलाहाबाद : UPPSC अब स्केलिंग की जांच शुरू करेगी सीबीआई
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्तियों में भ्रष्टाचार की शिकायतों की जांच कर रही सीबीआई टीम मॉडरेशन में गड़बड़ी पकड़ने के बाद अब स्केलिंग की जांच शुरू करेगी। प्रतियोगी छात्रों ने सीबीआई से स्केलिंग में गड़बड़ी कर नंबर को कम और ज्यादा करने की ढेरों शिकायतें की हैं।
पीसीएस की मुख्य परीक्षा में परीक्षार्थियों की ओर से लिए जाने वाले वैकल्पिक विषयों में नंबर की समानता के लिए स्केलिंग की जाती है। आयोग का दावा है कि विशेषज्ञों की ओर तैयार वैज्ञानिक फार्मूले के आधार पर स्केलिंग होती है। प्रतियोगी छात्र स्केलिंग में गड़बड़ी की शिकायतें लगातार करते आ रहे हैं।
सीबीआई को दिए गए शिकायती पत्र में प्रतियोगियों ने स्केलिंग के बाद एक ही विषय में एक समान नंबर पाने वाले अभ्यर्थियों के नंबर बढ़ने और घटने की कई शिकायतें की हैं। उदाहरण के तौर पर प्रतियोगियों ने सीबीआई को बताया है कि पीसीएस की एक भर्ती में लोक प्रशासन वैकल्पिक विषय से परीक्षा देने वाली एक महिला अभ्यर्थी को 112 अंक मिले थे, स्केलिंग के बाद उसके नंबर बढ़कर 176 हो गए जबकि इसी विषय में 112 नंबर पाने वाले बाकी अभ्यर्थियों के नंबर स्केलिंग के बाद 108 हो गए। ऐसे एक नहीं अनेकों प्रकरण की जानकारी सीबीआई को दी गई है।
प्रतियोगी छात्रों को समझ में नहीं आ रहा है कि नंबरों की समानता के लिए अपनाया जाने वाला आखिर वह कौन सा फार्मूला है, जिसमें नंबरों में इतनी ज्यादा असमानता हो रही है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई टीम ने स्केलिंग की पूरी प्रक्रिया और इसके औचित्य को समझने के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुछ विशेषज्ञों से भी संपर्क किया है।