जनपद में खुलेंगे 20 नए परिषदीय विद्यालय
जनपद में जल्द ही 20 नए परिषदीय विद्यालय खुलेंगे। इस संबंध में बेसिक शिक्षा विभाग प्रस्ताव तैयार करने की तैयारी में जुटा है। यह कार्य जून तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। इन विद्यालयों में 18 प्राथमिक व दो उ'च प्राथमिक विद्यालय शामिल हैं। माना जा रहा है कि इन स्कूलों के खुलने से करीब 5,000 ब'चों को लाभ होगा।...
अखिलेश्वरधर द्विवेदी, संतकबीर नगर : जनपद में जल्द ही 20 नए परिषदीय विद्यालय खुलेंगे। इस संबंध में बेसिक शिक्षा विभाग प्रस्ताव तैयार करने की तैयारी में जुटा है। यह कार्य जून तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। इन विद्यालयों में 18 प्राथमिक व दो उच्च प्राथमिक विद्यालय शामिल हैं। माना जा रहा है कि इन स्कूलों के खुलने से करीब 5,000 बच्चों को लाभ होगा।
जनपद के नौ ब्लाक में 1075 प्राथमिक व 443 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। अभी भी अनेक असेवित बस्तियों में विद्यालय नहीं है। यहां के बच्चों को दूर के गांव में पहुंचकर शिक्षा ग्रहण करना मजबूरी है। करीब तीन सौ आबादी वाले मजरों में विद्यालय खोलने की के लिए पूर्व में प्रस्ताव बना, लेकिन पिछले छह वर्ष से जिले में कोई भी परिषदीय विद्यालय नहीं खोला जा सका।
इस बार नए विद्यालय खोलने का लक्ष्य रखा गया है। एक किमी की दूरी में विद्यालय न होने पर तीन सौ की आबादी को लक्ष्य बनाकर प्राथमिक व तीन किमी का मानक पालन करके उच्च प्राथमिक विद्यालय खोले जाएंगे।
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पढ़ने के लिए नहीं जाना पड़ेगा दूर
अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत बच्चों के शत प्रतिशत नामांकन का लक्ष्य है। प्राथमिक स्तर के बच्चों को अब एक किमी व जूनियर के बच्चों को दो किमी से अधिक दूरी नहीं तय करनी होगी। आने वाले समय में उनके गांव व आस पास में विद्यालय होगा।
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बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर विभाग गंभीर है। इसके लिए शासन स्तर से कार्य किए जा रहे हैं। असेवित बस्तियों में विद्यालय के अभाव में नए विद्यालय खोलने का निर्णय लिया गया है। विभाग का प्रयास है कि असेवित बस्तियों में अतिशीघ्र विद्यालय निर्माण कार्य पूरा करा दिया जाए। 20 असेवित गांवों में भवन निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
- डा. माया ¨सह
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
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वर्ष 2018 शिक्षा क्षेत्र में एक तरह से बदलाव का वर्ष है। इस वर्ष 45 अंग्रेजी माध्यम का विद्यालय चयनित करके प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक व दो के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया। सर्व शिक्षा अभियान व शिक्षा का अधिकार अधिनियम के बावजूद शिक्षा की सुविधा से अभी तक वंचित चल रहीं असेवित बस्तियों में प्राथमिक विद्यालय खोले जाएंगे। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग से सर्वे रिपोर्ट मांगी गई है। गांव से एक किलोमीटर की दूरी के अंदर प्राथमिक विद्यालय खोलकर इन बस्तियों को संतृप्त किया जाएगा।
जनपद की लगभग बस्तियां ऐसी हैं, जहां के बच्चों के लिए विद्यालय उपलब्ध नहीं हैं। इन बस्तियों के गरीब व अनुसूचित जाति वर्ग के बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए परेशानी उठानी पड़ती है। विभाग ने ने ऐसी बस्तियों का ब्योरा तलब किया है।
ऐसे गांवों का विवरण मांगा है, जिन्हें अभी तक आरटीइ एक्ट के तहत संतृप्त नहीं किया जा सका और वहां विद्यालय खोला जाना है। अनुसूचित जाति वर्ग बाहुल्य आबादी में संचालित विद्यालयों का विवरण भी मांगा गया है। जिला समन्वयक निर्माण हृदयानंद त्रिपाठी ने बताया कि असेवित बस्तियों की सूची तैयार है। विवरण भेजे जा रहे हैं।