कानपुर : प्रमोशन नहीं मनमाफिक स्कूल चाहिए, बिना वेतन बढ़े नहीं कराना चाह रहे पदोन्नति, दूसरे दिन 69 शिक्षिकाओं ने कराई काउंसिलिंग
बिना वेतन बढ़े नहीं कराना चाह रहे पदोन्नति
तमाम शिक्षक-शिक्षिकाएं ऐसे हैं, जो केवल इसलिए पदोन्नति नहीं कराना चाह रहे क्योंकि उनका महज पद बढ़ रहा है वेतन नहीं। वहीं कुछ के साथ स्कूल दूर होने का मामला सामने आया है। हालांकि विभागीय अफसरों का कहना है जो शिक्षक पदोन्नति से वंचित रह जाएंगे, उन्हें दोबारा तीन साल बाद ही मौका मिलेगा।
जासं, कानपुर: मनमाफिक स्कूल न मिलने की वजह से प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक पदोन्नति से दूर हो रहे हैं। वह मनमाफिक स्कूल को वरीयता दे रहे हैं। क्योंकि मात्र पद के लिए घर से दूर नहीं जाना चाहते। गोविंद नगर स्थित बीएसए कार्यालय में सोमवार से शुरू हुई काउंसिलिंग के पहले दिन कुल 200 शिक्षिकाओं में 121 ने ही विद्यालयों के विकल्प चुने थे, वहीं दूसरे दिन बुलाई गईं 140 शिक्षिकाओं में 69 ने ही विकल्प चुना। बुधवार को बचे 161 शिक्षकों को बुलाया गया है। बीएसए जय सिंह ने कहा कि जिन शिक्षिकाओं ने विकल्प नहीं भरा है, उन्हें आदेश जारी कर विद्यालय का विकल्प लेने के लिए कहेंगे।