लखनऊ : आंगनबाड़ी केंद्रों को जल्द मिलेंगे प्री मेडिसिन स्कूल किट, प्री स्कूल किट से खेल-खेल में पढ़ना सीखेंगे बच्चे
लखनऊ : आंगनबाड़ी केंद्रों को शीघ्र ही प्री मेडिसिन किट व प्री स्कूल किट मिल जाएंगी। पिछले दो वर्षो से यह दोनों किट आंगनबाड़ी केंद्रों को नहीं मिल रही थीं। सरकार ने इसके मानकों में बदलाव कर ई टेंडर के जरिए वेंडरों के चयन करने का निर्णय लिया है। दोनों ही किट बच्चों के लिए बहुत उपयोगी होती हैं। वर्ष 2017 में प्री स्कूल किट व प्री मेडिसिन किट की सप्लाई के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए थे। प्री मेडिसिन किट के तो टेंडर तक फाइनल हो गए थे लेकिन, जब कंपनी की जांच की गई तो उसके पंजीकृत पते पर न तो कोई गोदाम मिला और न ही कंपनी दवाओं की निर्माता थी। इसलिए उसका टेंडर निरस्त कर दिया गया था। प्री स्कूल किट का टेंडर भी गड़बड़ी के कारण निरस्त कर दिया गया था। अब सरकार ने नए सिरे से इन दोनों किट की सप्लाई के लिए टेंडर आमंत्रित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए सबसे पहले किट सप्लाई के मानक बदले जा रहे हैं। इससे चुनिंदा कंपनियों का वर्चस्व समाप्त होगा। नए मानकों के अनुसार प्री किट के लिए एक दवा का निर्माता होने के साथ ही शेष दवाओं का सप्लायर होना जरूरी है। अभी तक सरकारी कार्यालयों में दवा सप्लाई का मानक है। इसे भी अब हटाया जा रहा है। इसमें प्राइवेट संस्थानों में दवा सप्लाई करने वाली कंपनियों को भी जोड़ा जा रहा है। इससे किट सप्लाई के टेंडर में और भी कंपनियां हिस्सा ले सकेंगी। इस किट में ऐसी सभी दवाएं मौजूद होती हैं जो प्राथमिक उपचार के लिए जरूरी होती हैं। हल्की-फुल्की चोट लगने पर पट्टी करने का भी इंतजाम इसमें होता है।
प्री स्कूल किट से खेल-खेल में पढ़ना सीखते हैं बच्चे : प्री स्कूल किट से बच्चे खेल-खेल में पढ़ना सीखते हैं। इसमें ऐसे पढ़ाई-लिखाई के सामान होते हैं जिसके जरिए आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले बच्चों को प्री स्कूल शिक्षा दी जाती है।