महराजगंज : परिषदीय बच्चों को मिलेगी अरहर की दाल, शिक्षकों व बच्चों के ठहराव के लिए कड़े कदम उठाने के बाद सरकार ने अब बच्चों को एमडीएम में शुद्ध अरहर की दाल उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की
महराजगंज: योगी सरकार शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए निरंतर जुटी हुई है। शिक्षकों व बच्चों के ठहराव के लिए कड़े कदम उठाने के बाद सरकार ने अब बच्चों को एमडीएम में शुद्ध अरहर की दाल उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की है। सरकार की नई व्यवस्था से जिले के 2127 परिषदीय विद्यालयों के लिए नेफेड द्वारा 787 क्विंटल पैकेट बंद अरहर दाल की आपूíत भारतीय खाद्य निगम के गोदाम को देने की व्यवस्था बनाई गई है। मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण द्वारा अब परिषदीय विद्यालयों में दाल की आपूíत नेफेड द्वारा कराए जाने की व्यवस्था बनाई गई है। नेफेड शुद्ध अरहर दाल का 10 किलो एवं पांच किलो का पैकेट तैयार कराएगा। दाल की गुणवत्ता भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के अनुरूप होगी। विद्यालयों में आपूíत किए जाने वाले अरहर दाल की गुणवत्ता की सैम्प¨लग संयुक्त रूप से भारतीय खाद्य निगम व नेफेड के प्रतिनिधि द्वारा की जाएगी। एक सैम्पल नेफेड के पास तथा दूसरा सैम्पल भारतीय खाद्य निगम के पास सुरक्षित रहेगा। निगम गोदाम से विद्यालय स्तर तक दाल के परिवहन पर व्यय की जाने वाली धनराशि केंद्र सरकार द्वारा प्राधिकरण को उपलब्ध कराना होगा। जिले स्तर पर इसके लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया है। यहीं से जिले में अरहर दाल की आपूíत से संबंधित समस्त कार्यवाही पूरी कराई जाएगी।
एमडीएम के जिला समन्वयक शैलेंद्र वर्मा ने बताया कि जिले के 2127 विद्यालयों में दो माह के लिए कुल 787 क्विंटल अरहर दाल की मांग की गई है। 1478 प्राथमिक विद्यालयों में 494 क्विंटल तथा 649 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 293 क्विंटल अरहर दाल की मांग की गई है।