भदोही : बेसिक शिक्षा को सुदृढ़ बनाने व शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए चल रहे तमाम कार्यक्रम पुस्तकों का अभाव भारी पड़ रहा
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : बेसिक शिक्षा को सु²ढ़ बनाने व शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए चल रहे तमाम कार्यक्रम पुस्तकों का अभाव भारी पड़ रहा है। नए शिक्षण सत्र 2018-19 का दूसरा माह शुरू हो चुका है लेकिन बगैर पुस्तक विद्यालय की आवाजाही कर रहे तमाम बच्चों से बेसिक शिक्षा को सु²ढ़ बनाने को लेकर किए जा रहे तमाम दावे पर भी सवालिया निशान खड़ा होते दिख रहा है।
परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए तमाम दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं। बच्चों की नामांकन संख्या बढ़े व ठहराव सुनिश्चित हो इसके लिए मध्याह्न भोजन, नि:शुल्क यूनिफार्म से लेकर कक्षा एक से आठ तक के समस्त बच्चों को नि:शुल्क पुस्तकें भी मुहैया कराने की योजना संचालित की जा रही है। छह से 14 वर्ष का कोई बच्चा विद्यालय जाने से वंचित न रहने पाए सत्र के शुरूआती पूरे अप्रैल माह तक स्कूल चलो अभियान रैली, नामांकन मेले से लेकर जागरुकता के अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। अब देखा जाय तो शिक्षण सत्र का दूसरा माह शुरू हो चुका है लेकिन अभी क बच्चों को वितरित करने के लिए पुस्तकें नहीं आ सकी हैं। इतना ही नहीं अभी तक पुस्तक मिलने का कोई आसार भी नहीं दिख रहा है। हालांकि महकमें ने पुराने बच्चों के पुस्तकों की अदला बदली कर व्यवस्था संचालित करने का प्रयास तो किया गया है ¨कतु इसके बाद भी अधिकांश बच्चों को बिना पुस्तक के ही विद्यालय की आवा- जाही करने को मजबूर होना पड़ रहा है। वैसे इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षाधिकारी प्रकाश नारायण श्रीवास्तव का कहना रहा कि पुस्तकें निदेशालय स्तर से ही भेजी जाती हैं। जो बच्चे एक कक्षा से अगली कक्षा में प्रवेश कर गए हैं उन्हीं बच्चों के पुस्तकों को दूसरे बच्चों को दिलाकर शिक्षण कार्य कराया जा रहा है। जैसे ही पुस्तकें आएगी वितरण की कार्रवाई की जाएगी।