गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की मनमानी जारी
महराजगंज:कुशीनगर रेल हादसा के बाद प्रदेश सरकार द्वारा बिना मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान अंतर्गत बीएसए के निर्देश पर सिसवा ब्लाक में दो दर्जन से ऊपर बिना मान्यता प्राप्त विद्यालयों को नोटिस देने के बाद से अनेक विद्यालयों ने अपना बोर्ड उतार कर प्रत्येक दिन एक से दो घंटे की पढ़ाई करा रहे है। शासनादेश की धज्जियां उड़ाते हुए कई विद्यालयों ने अपना नाम बदल कर स्टडी सेंटर या को¨चग सेंटर कर लिया है। विभाग नोटिस की खानापूर्ति कर हाथ पर हाथ धरे बैठा है, और अवैध रूप से चल रहे स्कूल सरकार से तू डाल डाल मैं पात पात का खेल खेल रहे है। शिकायत पर पंहुचे अपर जिलाधिकारी न्यायिक आरपी त्रिपाठी ने अचानक मलवेरी सहित अनेक स्कूलों का स्थलीय निरीक्षण कर बिना मान्यता चल रहे स्कूलों को बंद करवाया। बता दें कि सिसवा विकास खंड में गैर मान्यता प्राप्त 42 विद्यालय संचालित हैं । जिनमें अभी तक मात्र 27 विद्यालयों को ही नोटिस देकर बंद कराया जा चुका है। खंड शिक्षा अधिकारी धर्मेंद्र पाल ने बताया कि सभी नौ न्याय पंचायतों के संकुल प्रभारियों की टीम द्वारा नोटिस जारी कर संचालन बंद करा दिया गया है। इनमें कुछ स्कूल नोटिस के पूर्व बंद पाए गए। परंतु विभागीय मिली भगत से कुछ को छोड़ अनेक बिना मान्यता प्राप्त विद्यालय संचालित हो रहे है। सभी को 20 मई का इंतजार है। जब स्कूल बंद हो कर जुलाई में खुलेंगे। संचालकों का मानना है कि तब तक कुशीनगर की घटना पुरानी हो जाएगी और वर्षों से चल रहा अवैध धंधा पुन: प्रारंभ हो जाएगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ल का कहना है कि बिना मान्यता कोई भी विद्यालय संचालित नहीं कर सकता और ना ही को¨चग सेंटर के नाम पर विद्यालय चला सकता है। अगर शिकायत मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।