इलाहाबाद : ऑनलाइन बतानी होगी शिक्षकों-प्रधानाचार्यों की रिक्तियां
हिन्दुस्तान टीम, इलाहाबाद । प्रदेश के तकरीबन साढ़े चार हजार सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों को अब अपनी संस्था में शिक्षकों व प्रधानाचार्यों की रिक्तियों की सूचना ऑनलाइन देनी होगी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष वीरेश कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया गया कि 15 दिन में सॉफ्टवेयर तैयार कराकर भविष्य में रिक्तियों की सूचना ऑनलाइन मंगाई जाए।
बोर्ड ने पिछले साल ही ऑनलाइन अधियाचन लेने की प्रक्रिया शुरू की थी। जून 2017 के पहले सप्ताह में इसकी शुरुआत फतेहपुर से हुई थी जहां चयन बोर्ड की टीम ने जाकर प्रबंधकों को ऑनलाइन सूचना देने के संबंध में प्रशिक्षण दिया था। सूत्रों के अनुसार पिछले साल तैयार किए गए साफ्टवेयर में कुछ कमियां है जिसे दूर करते हुए नया साफ्टवेयर बनाया जाएगा।
इस व्यवस्था के लागू होने के बाद सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के प्रबंधक खाली पदों की सूचना दबा नहीं सकेंगे। स्कूल प्रबंधन खाली पदों की सूचना जिला विद्यालय निरीक्षक को देंगे। यदि कोई आपत्ति होगी तो डीआईओएस उसे वापस स्कूल को भेजकर ठीक कराएंगे। इसके बाद सभी खाली पदों की सूचना डीआईओएस संयुक्त शिक्षा निदेशक और चयन बोर्ड को भेजेंगे।
चयन बोर्ड सभी स्कूलों की ऑनलाइन सूचनाएं देख सकेगा। चयन बोर्ड की ओर से स्कूलों को प्रोफार्मा उपलब्ध कराया जाएगा जिसमें शिक्षकों का नाम, विषय, भर्ती का स्रोत (सीधी या पदोन्नति), नियुक्ति की तिथि, सेवानिवृत्ति की तिथि, पदवार आरक्षण आदि सूचनाएं भरनी होगी। कॉलेज के कोड पर एक क्लिक करने पर सारी सूचनाएं दिखने लगेंगी।
*पीछे के दरवाजे से चल रहा 'खेल', लगेगी नकेल*
खाली पदों की सूचना देने के बजाय पीछे के दरवाजे से 'खेल' चल रहा है। कई जिलों के प्रबंधक शिक्षकों के खाली पद की सूचना न भेजकर अपने स्तर से अल्पकालिक शिक्षक की भर्ती कर लेते हैं। लंबे अरसे तक काम करवाने के बाद इन्हें नियमित करने की जुगत लगाते हैं। इसके पीछे पूरा रैकेट काम कर रहा है। जबकि कुछ स्कूलों के प्रबंधक प्रवक्ता के खाली पद की सूचना देने के बाद उस पर पदोन्नति कर लेते हैं। बाद में चयन बोर्ड से कोई अभ्यर्थी चुनकर जाता है तो ज्वाइन नहीं कराते।