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गोण्डा : शिक्षक ही नहीं, यहां हाकिम भी रहते हैं गायब, नौ माह से अध्यापक नदारद, चौपट हो रहा बच्चों का भविष्य, शिक्षा विभाग के अधिकारी भी बने अनजान

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गोण्डा : शिक्षक ही नहीं, यहां हाकिम भी रहते हैं गायब, नौ माह से अध्यापक नदारद, चौपट हो रहा बच्चों का भविष्य, शिक्षा विभाग के अधिकारी भी बने अनजान

कमल किशोर सिंह ’ परसपुर (गोंडा) । जिनके कंधों पर बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी वही शिक्षा के मंदिर से नौ माह से गायब हैं। कर्तव्य से विमुख रहने वाले अध्यापकों पर नकेल लगाने वाले जिम्मेदार खुद कार्यालय में देर से आने में बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में उनके मातहत अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कैसे कर रहे होंगे? इसका तो स्वयं अंदाजा लगा सकते हैं। गुरुवार को दैनिक जागरण ने सुबह 9.18 से लेकर 10.40 बजे के बीच दो प्राथमिक व एक जूनियर हाईस्कूलों के अलावा खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय का मुआयना किया। पेश है आंखों देखी रिपोर्ट-1प्राथमिक विद्यालय बरुहा मांझा1समय 9.18 बजे1सरयू नदी के उस पार बाराबंकी जिले के बांसगांव के किनारे पसका ग्राम पंचायत का बरुहा मांझा प्राथमिक स्कूल बना है। यह बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है। बाढ़ के समय विद्यालय में पानी भर जाने से स्कूल बंद हो गया था। पानी घटने के बाद जहां क्षेत्र के अन्य स्कूल खुल गए, वहीं इस विद्यालय में पढ़ाने वाले अध्यापक यहां लौटकर वापस नहीं आए। यह स्कूल नौ माह से बंद पड़ा है। इसमें पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है। 1प्राथमिक विद्यालय वृंदावन1समय 9.45 बजे1खैरा गांव पंचायत के वृंदावन गांव में वृंदावन प्राथमिक विद्यालय बना हुआ है। यहां अध्यापक कब आते हैं और कब चले जाते हैं किसी को नहीं पता। अध्यापक का इंतजार करने के बाद गुरुवार को जब बच्चे वापस लौट गये तो 9.55 पर एक अध्यापक आकर आफिस खोल कर बैठ गये। स्कूल खोलना भी उन्होंने मुनासिब नहीं समझा।1जूनियर हाईस्कूल पांडेय पुरवा1समय 10.10 बजे1अंदूपुर ग्राम पंचायत के पांडेय पुरवा गांव के एक सुनसान स्थान पर जूनियर हाईस्कूल पांडेय पुरवा बना है। विद्यालय को देखने में नहीं लगा कि यह कभी खुलता भी होगा। स्कूल के बरामदे में छुट्टा जानवरों के गोबर पड़े हुए थे। आसपास छुट्टा जानवरों ने डेरा जमा रखा था। स्कूल के किसी भी कमरे में खिड़की व दरवाजे नहीं लगे थे।1बीईओ कार्यालय परसपुर1समय 10.30 बजे1ब्लॉक संसाधन केंद्र पर तैनात बीईओ की कुर्सी साढ़े दस बजे तक खाली थी। यहां पर तैनात पांच एबीआरसी में केवल अरुण कुमार शुक्ल व अशोक कुमार पांडेय ही मौजूद मिले। इस बाबत खंड शिक्षक अधिकारी सत्यदेव ने कहा कि वह स्कूल चेक करने पूरे गजराज गये थे इसलिए आफिस में नहीं थे। जूनियर हाईस्कूल पूरे पांडेय के बंद होने के बारे में कहा कि इस विद्यालय के अध्यापक 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो गये हैं वहां के छात्र पूरे पांडेय प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई करते हैं।कमल किशोर सिंह ’ परसपुर (गोंडा) 1जिनके कंधों पर बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी वही शिक्षा के मंदिर से नौ माह से गायब हैं। कर्तव्य से विमुख रहने वाले अध्यापकों पर नकेल लगाने वाले जिम्मेदार खुद कार्यालय में देर से आने में बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में उनके मातहत अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कैसे कर रहे होंगे? इसका तो स्वयं अंदाजा लगा सकते हैं। गुरुवार को दैनिक जागरण ने सुबह 9.18 से लेकर 10.40 बजे के बीच दो प्राथमिक व एक जूनियर हाईस्कूलों के अलावा खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय का मुआयना किया। पेश है आंखों देखी रिपोर्ट-1प्राथमिक विद्यालय बरुहा मांझा1समय 9.18 बजे1सरयू नदी के उस पार बाराबंकी जिले के बांसगांव के किनारे पसका ग्राम पंचायत का बरुहा मांझा प्राथमिक स्कूल बना है। यह बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है। बाढ़ के समय विद्यालय में पानी भर जाने से स्कूल बंद हो गया था। पानी घटने के बाद जहां क्षेत्र के अन्य स्कूल खुल गए, वहीं इस विद्यालय में पढ़ाने वाले अध्यापक यहां लौटकर वापस नहीं आए। यह स्कूल नौ माह से बंद पड़ा है। इसमें पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है। 1प्राथमिक विद्यालय वृंदावन1समय 9.45 बजे1खैरा गांव पंचायत के वृंदावन गांव में वृंदावन प्राथमिक विद्यालय बना हुआ है। यहां अध्यापक कब आते हैं और कब चले जाते हैं किसी को नहीं पता। अध्यापक का इंतजार करने के बाद गुरुवार को जब बच्चे वापस लौट गये तो 9.55 पर एक अध्यापक आकर आफिस खोल कर बैठ गये। स्कूल खोलना भी उन्होंने मुनासिब नहीं समझा।1जूनियर हाईस्कूल पांडेय पुरवा1समय 10.10 बजे1अंदूपुर ग्राम पंचायत के पांडेय पुरवा गांव के एक सुनसान स्थान पर जूनियर हाईस्कूल पांडेय पुरवा बना है। विद्यालय को देखने में नहीं लगा कि यह कभी खुलता भी होगा। स्कूल के बरामदे में छुट्टा जानवरों के गोबर पड़े हुए थे। आसपास छुट्टा जानवरों ने डेरा जमा रखा था। स्कूल के किसी भी कमरे में खिड़की व दरवाजे नहीं लगे थे।1बीईओ कार्यालय परसपुर1समय 10.30 बजे1ब्लॉक संसाधन केंद्र पर तैनात बीईओ की कुर्सी साढ़े दस बजे तक खाली थी। यहां पर तैनात पांच एबीआरसी में केवल अरुण कुमार शुक्ल व अशोक कुमार पांडेय ही मौजूद मिले। इस बाबत खंड शिक्षक अधिकारी सत्यदेव ने कहा कि वह स्कूल चेक करने पूरे गजराज गये थे इसलिए आफिस में नहीं थे। जूनियर हाईस्कूल पूरे पांडेय के बंद होने के बारे में कहा कि इस विद्यालय के अध्यापक 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो गये हैं वहां के छात्र पूरे पांडेय प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई करते हैं।वृंदावन प्राइमरी स्कूल में लगा ताला और गोंडा परसपुर के पसका बरुहा मांझा में बंद स्कूल ’ जागरणजूनियर हाईस्कूल पूरेपांडेय में सन्नाटा और अपनी कुर्सी से गायब खंड शिक्षाधिकारी ’ जागरण

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