बहराइच : राज्यमंत्री के इम्तहान में शिक्षिका फेल
संसू, बौंडी (बहराइच) : क्या नाम है तुम्हारा? स्कूल जाते हो? कौन सी क्लास में पढ़ते हो? खाना मिला था या नहीं? पिताजी का क्या नाम है? वह क्या करते हैं?.. ये सवाल डीएम ने बेलहा- बेहरौली तटबंध पर निरीक्षण करके लौटते समय तटबंध पर खड़े कक्षा पांच के छात्र से किए। छात्र ने सभी सवालों का बेबाकी से जवाब दिया। सही जवाब सुनकर डीएम बोलीं कि मन लगाकर पढ़ोगे तभी तो साहब बनोगे। साहब बनने के बाद लोग तुमसे नमस्ते करेंगे। छात्र ने हाथ जोड़कर डीएम को नमस्ते किया और मन लगाकर पढ़ने का वादा किया।1डीएम माला श्रीवास्तव बौंडी थाना क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांव गोलागंज, कायमपुर व पिपरी का निरीक्षण करने पहुंची थीं। इसके बाद डीएम जैसे ही गाड़ी में बैठकर बेलहा-बेहरौली तटबंध के निरीक्षण के लिए निकलीं, वैसे ही एक छात्र तटबंध पर आता दिखाई दिया। गाड़ी में बैठे-बैठे ही डीएम ने छात्र से उसका नाम, शिक्षा, मध्यान्ह भोजन आदि के बारे में पूछा। छात्र ने अपना नाम प्रदीप बताते हुए कहा कि वह प्राथमिक विद्यालय गोलागंज में कक्षा पांच का छात्र है। रोज स्कूल जाता है। स्कूल में तहरी बनी थी। मास्टर साहब रोज पढ़ाने आते हैं। प्रदीप के शालीनता भरे अंदाज में दिए गए उत्तरों से डीएम गदगद हो गईं।संसू, बौंडी (बहराइच) : क्या नाम है तुम्हारा? स्कूल जाते हो? कौन सी क्लास में पढ़ते हो? खाना मिला था या नहीं? पिताजी का क्या नाम है? वह क्या करते हैं?.. ये सवाल डीएम ने बेलहा- बेहरौली तटबंध पर निरीक्षण करके लौटते समय तटबंध पर खड़े कक्षा पांच के छात्र से किए। छात्र ने सभी सवालों का बेबाकी से जवाब दिया। सही जवाब सुनकर डीएम बोलीं कि मन लगाकर पढ़ोगे तभी तो साहब बनोगे। साहब बनने के बाद लोग तुमसे नमस्ते करेंगे। छात्र ने हाथ जोड़कर डीएम को नमस्ते किया और मन लगाकर पढ़ने का वादा किया।1डीएम माला श्रीवास्तव बौंडी थाना क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांव गोलागंज, कायमपुर व पिपरी का निरीक्षण करने पहुंची थीं। इसके बाद डीएम जैसे ही गाड़ी में बैठकर बेलहा-बेहरौली तटबंध के निरीक्षण के लिए निकलीं, वैसे ही एक छात्र तटबंध पर आता दिखाई दिया। गाड़ी में बैठे-बैठे ही डीएम ने छात्र से उसका नाम, शिक्षा, मध्यान्ह भोजन आदि के बारे में पूछा। छात्र ने अपना नाम प्रदीप बताते हुए कहा कि वह प्राथमिक विद्यालय गोलागंज में कक्षा पांच का छात्र है। रोज स्कूल जाता है। स्कूल में तहरी बनी थी। मास्टर साहब रोज पढ़ाने आते हैं। प्रदीप के शालीनता भरे अंदाज में दिए गए उत्तरों से डीएम गदगद हो गईं।संसू, मिहीपुरवा(बहराइच) : सोमवार को बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार अनुपमा जायसवाल अचानक कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय मिहीपुरवा पहुंच गई। कक्षा छह से आठ तक की कक्षाएं यहां संचालित हो रही हैं। पूर्वाह्न करीब 11 बजे कतर्नियाघाट से वापस आते समय मिहीपुरवा कस्बे से निकलते समय बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री की नजर कस्बे में स्थित कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय के बोर्ड पर पड़ी। गलत को सही जांचने वाली शिक्षिका ब्लैक बोर्ड पर प्रौद्योगिकी तक नहीं लिख सकी। 1 विद्यालय से कुछ दूर आगे चलकर सवरेदय इंटर कॉलेज के पास आकर उन्होंने अपनी गाड़ी रोकवा दी। यहां से वापस लौटकर वह कन्या पाठशाला पहुंच गईं। प्रधान शिक्षिका से नामांकन और उपस्थिति की जानकारी ली। नामांकन के सापेक्ष उपस्थिति कम पाए जाने पर व सभी छात्रओं की उपस्थिति न भरा पाए जाने पर नाराजगी जताई। प्रधान शिक्षिका व सहायक शिक्षिका को जमकर फटकार लगाई। छात्रओं से पहाड़ा सुना। कापी-किताब मंगाकर सवाल पूछे। कापी में गलत लिखा होने के बावजूद शिक्षिका द्वारा जांच में सही का निशान लगा देख जमकर फटकारा। बीईओ आशीष सिंह को शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के निर्देश दिए। राज्यमंत्री के कहने पर गलत कापी जांचने वाली शिक्षिका को ब्लैक बोर्ड पर प्रौद्योगिकी व संबंध जैसे शब्द भी नहीं लिख पाई। इस पर बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री के तेवर और गर्म हो गए। कहा कि सुधार लाओ, अन्यथा दंड के लिए तैयार रहो।कन्यापुर माध्यमिक विद्यालय मिहीपुरवा का निरीक्षण करतीं बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार अनुपमा जायसवालअनुपमा जायसवाल अचानक पहुंचीं कन्या जूनियर पाठशाला 11गलत को सही जांचने वाली शिक्षिका ब्लैक बोर्ड पर नहीं लिख सकीं प्रौद्योगिकी11बच्चों की उपस्थिति कम देख बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री ने जताई नाराजगी 11पठन-पाठन में सुधार लाने की दी हिदायत1महसी तहसील क्षेत्र में तटबंध पर बच्चे से सवाल पूछतीं डीएम माला श्रीवास्तव