नई पेंशन योजना पूरी तरह से धोखा
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : विधान परिषद सदस्य व शिक्षक नेता ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि नई प...
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : विधान परिषद सदस्य व शिक्षक नेता ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि नई पेंशन योजना पूरी तरह से धोखा है। संगठन नई पेंशन योजना समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना को पुन: लागू करने के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध है। नई पेंशन योजना के अंतर्गत की जा रही कटौती का प्रान (पर्मानेंट रिटायरमेंट एकाउंट नम्बर) खातों में अनेक जनपदों में प्रदर्शित न होना, अनेक शिक्षकों की एनपीएस योजना में अभी तक कटौती न होना और अनेक शिक्षकों को प्रान: नंबर न एलाट होना अत्यंत खेदजनक हैं। यदि इसमें सुधार नहीं किया गया तो संगठन आंदोलन का यह भी एक मुद्दा होगा।
शहर के हरिऔध नगर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिक्षक विधायक ने कहा कि आगामी 23 व 24 जून को मेरठ नगर के नानकचंद एंग्लो संस्कृत पीजी महाविद्यालय के सभागार में होने जा रहा है। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा कि संस्कृत पाठशाला के शिक्षकों को नई पेंशन योजना के अंतर्गत कटौती न होना, मदरसों के शिक्षकों का जांच के नाम पर वेतन रोका जाना, सातवें वेतन आयोग के अनुसार उनके पेंशन का पुनरीक्षण के लिए शासनादेश जारी न होना संगठन के समक्ष एक चुनौती है। यह भी आंदोलन का एक हिस्सा होगा। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में समान कार्य के लिए समान वेतन के सिद्धांत को प्रदेश के शिक्षक समुदाय पर प्रभावी रूप से लागू कराने के संगठन के मुख्य उद्देश्यों को सार्थक करने की दिशा में वित्तविहीन कहे जाने वाले विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को प्रचलित और प्रभावी वेतनमानों से आच्छादित किया जाना है। इसी प्रकार निशुल्क चिकित्सा व्यवस्था, कम्प्यूटर एवं व्यवसायिक शिक्षकों के लिए पद सृजन की व्यवस्था, महिला शिक्षकों का अनुमन्य सुविधाओं से वंचित रखे जाने से मुक्ति प्रदान किया जाना, शिक्षकों के पदों की रिक्तियां ऐसी समस्याएं हैं जिन पर सम्मेलन में निर्णय होगा। यह निर्णय आंदोलन के रूप में जुलाई माह के उपरांत से प्रभावी होंगे। इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य जगवीर किशोर जैन, हेम ¨सह पुंडीर, ध्रुव कुमार त्रिपाठी, सुभाष चंद्र शर्मा, रामेश्वर उपाध्याय, इंद्रासन ¨सह, बृजेश राय, विजय कुमार ¨सह, परशुराम यादव, ध्रुवमित्र शास्त्री, दिवाकर तिवारी, वशिष्ठ ¨सह, मुन्नू यादव, रामबिहारी ¨सह, कमलेश राय, प्रभाकर राय आदि उपस्थित थे।