बस्ती : सुधर नहीं रही परिषदीय स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति, विद्यालय के शौचालयों पर लगा रहता है ताला, जिम्मेदार मौन
जागरण संवाददाता, कलवारी, बस्ती: सरकार प्राथमिक स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था सुधारने की कवायद धरी रह जा रही है। कहीं पर्याप्त छात्र संख्या नहीं है तो कहीं शिक्षक समय से नहीं आते। कहीं मध्याह्न भोजन नहीं बनता है तो कहीं शौचालय अधूरा है अथवा ताला लगा है। कुदरहा विकास क्षेत्र के माझा में स्थापित प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूलों का भी यही हाल है। 1गुरुवार को पूर्वमाध्यमिक विद्यालय बैड़ारी एहतमाली में सहायक अध्यापक दीपक श्रीवास्तव तीन बच्चों को बैठाकर पढ़ाते मिले तो प्रधानाध्यापिका पुष्पा रानी अवकाश पर थीं। यहां पंजीकृत ।26 पंजीकृत बच्चों में से महज तीन पढ़ने आए थे। यह बच्चे जिस कमरे में बैठे थे वहां बालू और कबाड़ रखा था । रसोइया सुखना और सुभावती भी गायब रहीं। कमरे में स्टोव, बर्तन और कुछ राशन रखा था। सहायक अध्यापक ने बताया कि हैंडपंप खराब है इस वजह से खाना नहीं बन पाया। शौचालय निर्माणाधीन होने कारण उपयोग में नहीं आ रहा है । शौचालय की छत निर्माण के समय ही फट गई थी। प्राथमिक विद्यालय बैड़ारी एहतमाली में दो अध्यापक बरामदे में बैठ कर आपस में बातचीत कर रहे थे। बच्चे कमरे में खेल रहे थे । रसोई घर में ताला बंद था। रसोइया भी मौजूद नहीं थीं। प्रधानाध्यापक अशोक कुमार ने बताया कि 68 छात्र पंजीकृत हैं जिसमें महज आठ बच्चे आए हैं। उपस्थिति के सवाल पर बताया कि अधिकांश बच्चे मई में स्कूल नहीं आ रहे हैं। स्कूल में बच्चों की संख्या कम और खाना बनाने वाला बर्तन बड़ा होने के कारण तीन दिन से खाना नहीं बन पा रहा है । सहायक अध्यापक कालीचरन गांव के लोगों के साथ बैठकर बात कर रहे थे । सहायक अध्यापक शांती देवी अनुपस्थित रहीं। जिस कमरे में बच्चे बैठे थे उसी कमरे में राशन के अलावा बच्चों में वितरण के लिए आईं दवाएं भी रखी थीं जो एक्सपायर कर गईं थी।जागरण संवाददाता, कलवारी, बस्ती: सरकार प्राथमिक स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था सुधारने की कवायद धरी रह जा रही है। कहीं पर्याप्त छात्र संख्या नहीं है तो कहीं शिक्षक समय से नहीं आते। कहीं मध्याह्न भोजन नहीं बनता है तो कहीं शौचालय अधूरा है अथवा ताला लगा है। कुदरहा विकास क्षेत्र के माझा में स्थापित प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूलों का भी यही हाल है। 1गुरुवार को पूर्वमाध्यमिक विद्यालय बैड़ारी एहतमाली में सहायक अध्यापक दीपक श्रीवास्तव तीन बच्चों को बैठाकर पढ़ाते मिले तो प्रधानाध्यापिका पुष्पा रानी अवकाश पर थीं। यहां पंजीकृत ।26 पंजीकृत बच्चों में से महज तीन पढ़ने आए थे। यह बच्चे जिस कमरे में बैठे थे वहां बालू और कबाड़ रखा था । रसोइया सुखना और सुभावती भी गायब रहीं। कमरे में स्टोव, बर्तन और कुछ राशन रखा था। सहायक अध्यापक ने बताया कि हैंडपंप खराब है इस वजह से खाना नहीं बन पाया। शौचालय निर्माणाधीन होने कारण उपयोग में नहीं आ रहा है । शौचालय की छत निर्माण के समय ही फट गई थी। प्राथमिक विद्यालय बैड़ारी एहतमाली में दो अध्यापक बरामदे में बैठ कर आपस में बातचीत कर रहे थे। बच्चे कमरे में खेल रहे थे । रसोई घर में ताला बंद था। रसोइया भी मौजूद नहीं थीं। प्रधानाध्यापक अशोक कुमार ने बताया कि 68 छात्र पंजीकृत हैं जिसमें महज आठ बच्चे आए हैं। उपस्थिति के सवाल पर बताया कि अधिकांश बच्चे मई में स्कूल नहीं आ रहे हैं। स्कूल में बच्चों की संख्या कम और खाना बनाने वाला बर्तन बड़ा होने के कारण तीन दिन से खाना नहीं बन पा रहा है । सहायक अध्यापक कालीचरन गांव के लोगों के साथ बैठकर बात कर रहे थे । सहायक अध्यापक शांती देवी अनुपस्थित रहीं। जिस कमरे में बच्चे बैठे थे उसी कमरे में राशन के अलावा बच्चों में वितरण के लिए आईं दवाएं भी रखी थीं जो एक्सपायर कर गईं थी