अम्बेडकरनगर : निलम्बन की कार्रवाई से भड़का शिक्षक संघ, उठाया सवाल
हिन्दुस्तान संवाद, अंबेडकरनगर। शिक्षा क्षेत्र कटेहरी के प्रतापपुर चमुर्खा के 18 शिक्षकों को निलंबन किए जाने, आठ शिक्षामित्रों व तीन अनुदेशकों की सेवा समाप्ति की नोटिस दिए जाने से शिक्षक संघ भड़क उठा है।
कई शिक्षक संगठनों के नेताओं ने निलम्बन की कार्रवाई को तानाशाही करार दिया है, कहा है कि जब शब-ए-बरात का अवकाश था तो शिक्षकों की उपस्थिति कैसे हो सकती है। फिर भी अगर चौपाल में शिक्षकों को उपस्थित ही रहना था तो इसकी शिक्षकों को जानकारी दी जानी चाहिए थी। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। शब-ए-बारात के मौके पर आयोजित चौपाल में शिक्षकों की उपस्थिति के औचित्य पर सवाल खड़ा करते हुए शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों ने कार्रवाई की कड़े शब्दों में निन्दा की है।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष मानिकचंद चौधरी, दूसरे गुट के अध्यक्ष रामभवन शुक्ल, ब्लाक अध्यक्ष राघवेंद्र शुक्ला व विनय सिंह, उत्तर प्रदेश पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष घनश्याम तिवारी, दूसरे गुट के बाबूराम यादव के साथ शिक्षक नेता बृजेश मिश्र, अखिलेश त्रिपाठी, सुहेल अहमद, सुतीक्ष्ण पांडेय, रजनीश पासवान, विशिष्ट बीटीसी शिक्षक संघ के मीडिया प्रभारी विवेकमणि सिंह, उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष केके दूबे, श्रवण सिंह, विजयदीप सिंह, गौरव श्रीवास्तव, शिक्षामित्र शिक्षक कल्याण समिति के रामचन्द्र मौर्य ने इसे तानाशाही बताया है। अलग-अलग बीएसए व सांसद से मिले शिक्षक नेताओं, संघों के पदाधिकारियों ने अवकाश में शिक्षकों को बुलाने को और बगैर स्कूल टाइम के संध्याकाल में शिक्षकों के मौजूद रहने को अनुचित बताया है। शिक्षक नेताओं ने तत्काल निलंबन की कार्रवाई स्थित करने की मांग की है।