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उत्तराखण्ड : सीएम त्रिवेंद्र रावत की पत्नी हैं टीचर, प्रमोशन के बावजूद 22 साल से देहरादून में ही है तैनात

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उत्तराखण्ड : सीएम त्रिवेंद्र रावत की पत्नी हैं टीचर, प्रमोशन के बावजूद 22 साल से देहरादून में ही है तैनात

• सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की पत्नी की तैनाती से जुड़े एक लेटर ने अब नई चर्चा को शुरू कर दिया है।

देहरादून : देहरादून में सीएम दरबार में उत्तराखंड के सीएम पर चिल्लाने वाली महिला टीचर उत्तरा बहुगुणा के मामले की जांच शुरू कर दी गई है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि स्कूल में लगातार अबसेंट रहने के कारण टीचर को पहले भी दो बार सस्पेंड किया जा चुका है। राज्य की शिक्षा सचिव भूपिंदर कौर औलख ने बताया, ‘टीचर मामले की जांच शिक्षा अधिकारी स्तर के एक अधिकारी को सौंपी गई है। अधिकारी तीन हफ्ते में जांच पूरी करेंगे और उसी के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।’ उन्होंने यह भी कहा, ‘उत्तरा ने कई बार अपने ट्रांसफर के लिए आवेदन किया था। वह बीच-बीच में काफी दिनों तक अनुपस्थित रहती हैं। अगस्त, 2017 से लगातार अनुपस्थित हैं। सरकार के 'नो वर्क—नो पे' की नीति के तहत उन्हें पिछले दो साल से वेतन नहीं दिया गया है। औलख ने बताया, ‘उत्तरा को पहले भी स्कूल से अनुपस्थित पाए जाने के कारण साल 2008 और वर्ष 2011 में सस्पेंड किया जा चुका है।’
आरटीआई के जवाब में सामने आए एक लेटर ने अब सीएम की पत्नी को ही कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है ।

गुरुवार को ट्रांसफर की मांग को लेकर एक टीचर सीएम पर भड़क गईं थीं, जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।

एनबीटी, देहरादून : उत्तराखंड में टीचर उत्तरा पंत बहुगुणा के तबादले के बीच सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की पत्नी की तैनाती से जुड़े एक लेटर ने अब नई चर्चा को शुरू कर दिया है। शुक्रवार को आरटीआई के जरिए मांगी गई सूचना के जवाब में सामने आए एक लेटर ने अब सीएम की पत्नी को ही कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। आरटीआई के जवाब में मिले इस पत्र में शिक्षा विभाग ने अपने जवाब में बताया है कि सीएम रावत की पत्नी सुनीता रावत भी टीचर हैं। नौकरी शुरू करने के चार साल बाद उन्होंने एक दुर्गम इलाके से अपना ट्रांसफर देहरादून करवा लिया। इसके बाद से 22 साल तक उनका ट्रांसफर नहीं हुआ। 2008 में उनका प्रमोशन भी किया गया, लेकिन ट्रांसफर नहीं हुआ।

मालूम हो कि उत्तराखंड में गुरुवार शाम को एक महिला टीचर उत्तरा ने सीएम के जनता दरबार में हंगामा कर दिया था। जिसके बाद सीएम भी नाराज गए और टीचर को सस्पेंड करवा दिया। उत्तरा को हिरासत में भी लिया गया।

मुख्यमंत्री के जनता दरबार में शिक्षिका का हंगामा, निलंबित

राज्य ब्यूरो, देहरादून : मुख्यमंत्री आवास में आयोजित जनता दरबार में तबादले को लेकर उत्तरकाशी में तैनात शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा ने गुरुवार को जम कर हंगामा काटा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा शिक्षिका को बार-बार मर्यादित भाषा में बात करने की चेतावनी के बावजूद जब शिक्षिका नहीं मानी तो उन्होंने शिक्षिका को निलंबित कर कस्टडी में लेने के निर्देश दिए। पुलिस महिला को थाने ले गई, जहां शांति भंग करने के मामले में उन पर मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से महिला को जमानत मिल गई। इसके बाद शिक्षिका को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए गए। बताया जा रहा है कि यह शिक्षिका देहरादून निवासी एक महिला बॉलीवुड कलाकार की नजदीकी रिश्तेदार हैं, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। 1गुरुवार को जनता दरबार के दौरान उत्तरकाशी में तैनात शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा अपनी फरियाद लेकर मुख्यमंत्री के सामने पहुंचीं। शिक्षिका ने कहा कि वह 25 साल से उत्तरकाशी में तैनात हैं। उनके पति का निधन हो चुका है और उनके बच्चे देहरादून में हैं। लिहाजा, उनका तबादला देहरादून किया जाए। इस पर मुख्यमंत्री ने महिला की बात सुनने के बाद उन्हें समझाने का प्रयास किया। इस पर शिक्षिका और ऊंची आवाज में अपनी बात कहने लगी। मुख्यमंत्री की चेतावनी के बावजूद शिक्षिका ने जब उन पर ही सवाल खड़ा कर दिया तो मुख्यमंत्री ने शिक्षिका को निलंबित करने के निर्देश दे दिए।राज्य ब्यूरो, देहरादून : मुख्यमंत्री आवास में आयोजित जनता दरबार में तबादले को लेकर उत्तरकाशी में तैनात शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा ने गुरुवार को जम कर हंगामा काटा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा शिक्षिका को बार-बार मर्यादित भाषा में बात करने की चेतावनी के बावजूद जब शिक्षिका नहीं मानी तो उन्होंने शिक्षिका को निलंबित कर कस्टडी में लेने के निर्देश दिए। पुलिस महिला को थाने ले गई, जहां शांति भंग करने के मामले में उन पर मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से महिला को जमानत मिल गई। इसके बाद शिक्षिका को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए गए। बताया जा रहा है कि यह शिक्षिका देहरादून निवासी एक महिला बॉलीवुड कलाकार की नजदीकी रिश्तेदार हैं, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। 1गुरुवार को जनता दरबार के दौरान उत्तरकाशी में तैनात शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा अपनी फरियाद लेकर मुख्यमंत्री के सामने पहुंचीं। शिक्षिका ने कहा कि वह 25 साल से उत्तरकाशी में तैनात हैं। उनके पति का निधन हो चुका है और उनके बच्चे देहरादून में हैं। लिहाजा, उनका तबादला देहरादून किया जाए। इस पर मुख्यमंत्री ने महिला की बात सुनने के बाद उन्हें समझाने का प्रयास किया। इस पर शिक्षिका और ऊंची आवाज में अपनी बात कहने लगी। मुख्यमंत्री की चेतावनी के बावजूद शिक्षिका ने जब उन पर ही सवाल खड़ा कर दिया तो मुख्यमंत्री ने शिक्षिका को निलंबित करने के निर्देश दे दिए।

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