सत्यापन के अभाव में रुका 250 शिक्षकों का वेतन
शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन न होने पर जिले के तकरीबन 250 शिक्षक-शिक्षिकाओं का वेतन रुक गया है।...
बदायूं : शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन न होने पर जिले के तकरीबन 250 शिक्षक-शिक्षिकाओं का वेतन रुक गया। इससे शिक्षक व शिक्षिकाओं में खलबली मच गई। मामला जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचा तो उन्होंने प्रमाणपत्रों के सत्यापन की जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारी रमेश पंकज को सौंपी है। जो संबंधित विश्वविद्यालय में खुद जाकर सत्यापन का कार्य पूरा कराएंगे और रिपोर्ट बीएसए को भी सौंपेंगे। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के मांग उठाने पर बीएसए ने इसे गंभीरता से लिया।
दरअसल, बेसिक शिक्षा विभाग में 72 हजार व 16 हजार शिक्षक भर्ती में शिक्षक-शिक्षिकाओं की तैनाती की गई थी। ज्यादातर को वेतन मिलना भी शुरू हो गया। दो शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन होने पर वेतन जारी होने के शासन के निर्देश पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को वेतन का भुगतान किया गया कि सभी शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन होने तक उन्हें वेतन को लेकर परेशानी न हो। लेकिन लगभग दो महीने तक सत्यापन का कार्य पूरा नहीं हो सका। जिसकी वजह से वित्त एवं लेखाधिकारी ने उनके वेतन पर रोक लगा दी। शिक्षकों ने जिलाधिकारी से मांग की तो डीएम ने वेतन जारी करने व जल्द से जल्द सत्यापन कराने का निर्देश दिया। फिर वेतन जारी कर दिया गया, लेकिन स्थानांतरण होते ही वित्त एवं लेखाधिकारी ने सत्यापन कार्य पूरा न होने पर वेतन पर रोक लगा दी। शिक्षक संघ के जिला महामंत्री शैलेंद्र ¨सह ने बीएसए से मुलाकात कर वेतन जारी करने की मांग की तो बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी को सत्यापन कार्य के लिए विश्वविद्यालय भेजा है। जो सत्यापन का कार्य पूरा कराकर वेतन जारी करने की रिपोर्ट सौंपेंगे। बीएसए प्रेमचंद यादव ने बताया कि डाक के माध्यम से भेजने पर सत्यापन नहीं हो पाया है। जिसकी वजह से खंड शिक्षा अधिकारी को भेजकर सत्यापन की रिपोर्ट मंगवाई जा रही है।