इलाहाबाद : 68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा में विवादित प्रश्न हटे या समान अंक का फामरूला होगा लागू, परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव आज जारी करेंगी परीक्षा की उत्तर कुंजी की विज्ञप्ति
इलाहाबाद: परिषदीय स्कूलों की सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा में प्रश्नों के जवाब विवादित होने की नौबत नहीं आएगी। सभी आपत्तियों का परीक्षण विशेषज्ञों से कराया जाएगा। प्रश्नों के जवाब में विशेषज्ञ भी यदि अलग- अलग मत देते हैं तो उस प्रश्न को हटाने या फिर सभी अभ्यर्थियों को समान अंक देने का फामरूला लागू किया जाएगा। इसीलिए उत्तरकुंजी जारी करके आपत्तियों का निस्तारण कराकर ही उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराया जाने की तैयारी है।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापकों की भर्ती की लिखित परीक्षा बीते 27 मई को हो चुकी है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव डा. सुत्ता सिंह मंगलवार को उत्तरकुंजी जारी करने की विज्ञप्ति प्रकाशित करेंगी। संभव है कि वेबसाइट पर उत्तर कुंजी कुछ दिन बाद दिखे। उसके बाद अभ्यर्थियों से आपत्तियां ई-मेल पर ली जाएंगी। ई-मेल पर मिलने वाली आपत्तियां ही मान्य होंगी। महकमा शिक्षक पात्रता परीक्षा यानि टीईटी 2017 में विवादित प्रश्नों को लेकर कोर्ट का चक्कर काटता रहा है, ऐसे में इस बार तैयारी है कि किसी भी प्रश्न के जवाब में विवाद न हो। आपत्तियों की छानबीन में यदि विशेषज्ञों की राय जुदा होती है तो उस प्रश्न को हटाने या फिर सभी को समान अंक देने का निर्णय होगा, ताकि किसी अभ्यर्थी के उत्तीर्ण या अनुत्तीर्ण होने पर असर न पड़े। ज्ञात हो कि उप्र लोकसेवा आयोग उत्तरकुंजी जारी करने के साथ ही प्रश्नों को हटाने की सूचना भी जारी करता रहा है। वहीं, टीईटी 2017 में तीन प्रश्नों पर अभ्यर्थियों को समान अंक दिए जा चुके हैं। यह दोनों नजीर शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा की उत्तरकुंजी का आधार बनेंगी। 1लिखित परीक्षा के करीब आधा दर्जन प्रश्नों के जवाब पर अभ्यर्थी उत्तरकुंजी आने से पहले ही अलग-अलग राय दे चुके हैं। आंसर शीट के आने के बाद ऐसे प्रश्नों की संख्या और बढ़ सकती है। ज्ञात हो कि परीक्षा में 150 प्रश्न पूछे गए थे। उनमें से सामान्य व ओबीसी 33 फीसदी और एससी व एसटी 30 फीसदी अंक पाकर उत्तीर्ण होंगे। अब सभी की निगाहें उत्तरकुंजी पर टिकी हैं।