खेलेंगे बच्चे तो खिलेगा अपना इंडिया
जागरण संवाददाता, औरैया: खेलों में भारत की धाक जमाने और गांव व गरीबों से खेल प्रतिभाओं को...
जागरण संवाददाता, औरैया: खेलों में भारत की धाक जमाने और गांव व गरीबों से खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए सरकार स्कूलों को प्लेटफार्म की तरह उपयोग करेगी। इसके तहत परिषदीय विद्यालयों में गुणवत्ता पूर्ण पढ़ाई के साथ खेलो इंडिया का अभियान चलाया जाएगा। इसमें स्कूलों जहां खेल के लिए साजों सामान उपलब्ध कराए जाएंगे वहीं शिक्षक उन्हें ट्रे¨नग भी देंगे।
अभी तक परिषदीय विद्यालय अपने शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर सवालों में रहते है, लेकिन प्राइवेट विद्यालयों की बढ़ती फीस और गरीबों की क्वालिटी एजुकेशन देने के लिए यहां कान्वेंट की तर्ज पर विकसित करने की योजना पर काम हो रहा है। इसमें कई स्कूलों को माडल स्कूल की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। अब शासन की ओर से यहां खेल सुविधाएं महैया कराने पर भी जोर है, जिससे बच्चे पढ़ाई के साथ खेलों में भी अपनी प्रतिभा निखार सकेंगे। इसके तहत अब कक्षा एक से पांच तक के सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए खेलकूद का हर साजो सामान मुहैया कराया जाएगा। सरकार का मानना है कि बचपन से ही बच्चों को खेल से जोड़ेंगे तो वह भविष्य में देश का नाम रोशन कर सकते हैं। इसके लिए खेलो इंडिया मुहिम शुरू की है।
अब परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक से ही अंग्रेजी पढ़ेंगे बच्चे
अधिकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार ने बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए खेलो इंडिया की शुरुआत की है। इसके तहत सरकारी स्कूलों में खेल के उपकरण खरीदने के लिए राशि भी जारी की जाएगी। इससे पहले जनपद के लिए 80 हजार रुपए ही जारी किए जाते थे। ब्लाकवार प्रतियोगिताओं के लिए अन्य योजनाओं में बची राशि से ही बमुश्किल खेलकूद प्रतियोगिता कराई जाती थी। इस नई मुहिम के तहत कक्षा एक से पॉच तक के प्रत्येक प्राइमरी स्कूल को पॉच हजार रुपये तथा कक्षा छह से आठ तक के प्रत्येक जूनियर हाईस्कूल को दस हजार रुपये दिए जाएंगे। जनपद में 1063 प्राइमरी स्कूलों व 453 जूनियर हाईस्कूल सहित जनपद में 1506 बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय है। इनमें लगभग एक लाख बच्चे शिक्षा ग्रहण करते है। इस हिसाब से जिले के प्राइमरी स्कूलों के लिए 53 लाख 15 हजार व जूनियर हाईस्कूल के लिए 45 लाख तीस हजार रुपये मिलेंगे। बीएसए एसपी ¨सह ने बताया कि अभी आदेश जारी हुआ है। उसकी प्रति प्राप्त नहीं हुई है। जब राशि मिलेगी तो तत्काल उपकरण खरीद की व्यवस्था की जाएगी।