लखनऊ : आम शिक्षक शिक्षा शिक्षामित्र असोसिएशन की ओर से ईको गार्डन धरनास्थल पर चल रहे धरना में मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने जनेऊ उतारकर कड़ा विरोध जताया। जनेऊ उतारने वालों में ब्राह्मण समाज के संतोष दुबे, अखिलेख उपाध्याय, लवकुश, राजू शुक्ला, अमित शर्मा, सुरेश चंद्र पाण्डेय, विश्वनाथ दुबे, मनोज मिश्रा, अखिलेश शुक्ला, सुनील कुमार मिश्रा, अनिरुद्ध त्रिपाठी शामिल रहे। आत्मदाह के लिए चेतावनी देने वाले लवलेश शुक्ला मंगलवार को धरना स्थल से नदारद रहे, वहीं बीमार होने के कारण प्रमोद मणि त्रिपाठी को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
असोसिएशन की अध्यक्षा ऊमा देवी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की मांग है कि आईटीई ऐक्ट 2009 के तहत 1,24,000 पैरा टीचर को अपग्रेड करते हुए शिक्षा अधिकार अधिनियम कानून के तहत पूर्ण शिक्षक का दर्जा एवं उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा नियमावली के अनुसार पूर्ण शिक्षक का वेतनमान दिया जाए। जो शिक्षा मित्र आरटीई ऐक्ट 2009 में किसी विधिक पहलू के कारण नहीं समाहित हो सकते हैं उन्हें भारत के राजपत्र 2017 के अनुसार सहायक अध्यापक पद पर रखते हुए चार वर्ष में उत्तराखंड की तर्ज पर टेट उत्तीर्ण करने की छूट प्रदान करें। असमायोजित शिक्षा मित्रों को 'समान कार्य, समान वेतन' दिया जाए। मृतक 600 शिक्षा मित्रों के परिवार को उचित मुआवजा और आर्थिक सुरक्षा के लिए परिवार के किसी एक सदस्य को उसकी योग्यतानुसार नौकरी दी जाए।
प्रदर्शनकारियों ने जनेऊ उतारकर जताया विरोध
NBT
आम शिक्षक शिक्षा शिक्षामित्र असोसिएशन के सदस्य ईको गार्डन धरनास्थल पर हुए एकजुट