लखनऊ : बीएड अभ्यर्थियों ने प्रमुख सचिव से वार्ता के बाद धरना स्थगित किया
लखनऊ। सात वर्ष से नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे बीएड टीईटी 2011 पास अभ्यर्थियों की गुरुवार शाम न्याय विभाग के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी से वार्ता के बाद धरना खत्म स्थगित कर दिया है। बीएड अभ्यर्थियों के प्रतिनिधि मण्डल ने बीएड टीईटी अभ्यर्थियों के प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट के फैसले की ड्राफ्टिंग की प्रति कमेटी के सम्मुख पेश की। न्याय विभाग के प्रमुख सचिव उमेश कुमार ने अभ्यर्थियों को एक महीने का वक्त दिया है। ताकि ड्राफ्टिंग पर अधिकारियों से विचार विमर्श करने के बाद बीएड अभ्यर्थियों के हित में जरूरी निर्णय लिया जा सके। जबकि गुरुवार की सुबह अभ्यर्थी धरना स्थल से तिरंगा यात्रा निकालने जा रहे थे लेकिन प्रशासन और पुलिस ने अनुमति नही दी।
लम्बे समय से नियुक्ति की मांग कर रहे बीएड टीईटी-2011 पास अभ्यर्थियों की सीमए से लेकर शासन के अधिकारियों से दर्जनों बार वार्ताएं विफल होने के बाद उग्र रूख अख्तियार किया। इसके बाद अभ्यर्थियों ने आरपार की लड़ाई का मूड बना लिया। कुछ दिन पहले सीएम योगी आदित्यनाथ से सकारात्मक वार्ता के बाद अभ्यर्थियों को कुछ आस जगी। सीएम ने अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा आरपी सिंह को निर्देश दिया था कि वो अभ्यर्थियों वार्ता करें लेकिन अभ्यर्थियों की सफल वार्ता न होने पर अभ्यर्थियों ने तिरंगा यात्रा निकालने की योजना बनायी। बुधवार को तिरंगा यात्रा में हंगामे के अगले दिन प्रशासन ने अभ्यर्थियों के प्रतिनिधि मण्डल की न्याय विभाग के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी वार्ता हुई। वार्ता के समय अभ्यर्थियों की ओर से मान बहादुर सिंह, नीलेश शुक्ला व विजय यादव थे। अभ्यर्थियों ने अधिकारियों द्वारा एक महीने का समय दिए जाने के बाद धरना स्थगित करने का निर्णय लिया।