गोरखपुर : राज्य कर्मचारियों ने बनाई महा हड़ताल की रणनीति
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने महा हड़ताल की रणनीति बना ली है। 19 जुलाई से आंदोलन शुरू करने के बाद कर्मचारी 22 अक्तूबर से महा हड़ताल पर जाएंगे। इसे लेकर गोरखपुर जिला इकाई ने शुक्रवार को बैठक...
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुर । राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने महा हड़ताल की रणनीति बना ली है। 19 जुलाई से आंदोलन शुरू करने के बाद कर्मचारी 22 अक्तूबर से महा हड़ताल पर जाएंगे। इसे लेकर गोरखपुर जिला इकाई ने शुक्रवार को बैठक की।
उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ भवन पर बैठक की। इस दौरान जिलाध्यक्ष रुपेश श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य कर्मचारियों की मांगों पर विचार के लिए सरकार ने 6 माह का समय मांगा था। प्रदेश नेतृत्व से वार्ता के दौरान कर्मचारियों ने समय दिया था लेकिन 9 माह बीत जाने के बाद भी प्रदेश सरकार ने कोई पहल नहीं की। ऐसी स्थिति में संघ को आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा है।
अश्वनी कुमार श्रीवास्तव ने कर्मचारियों को बताया कि प्रदेश नेतृत्व ने आंदोलन की घोषणा कर दी है। आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। 19 जुलाई से आंदोलन की शुरुआत होगी और 22 अक्तूबर से महा हड़ताल शुरू होगी। इस दौरान अरुण द्विवेदी, नुजरत हुसैन, अशोक पाठक, हरिमोहन, तारकेश्वर शाही, भारतेंदु यादव, रीमा भारती, गोविंद, अनूप कुमार, कृष्णमोहन गुप्ता आदि उपस्थित थे।
यह बनी है आंदोलन की रणनीति
19 जुलाई : आंदोलन की घोषणा, धरना-प्रदर्शन
20 अगस्त : तीन दिनों तक कार्य बहिष्कार
04 अक्तूबर : प्रदेश स्तरीय महारैली
22 अक्तूबर : तीन दिनों तक महा हड़ताल
कर्मचारियों की ये हैं मांगे
-पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाए
-50 वर्ष की आयु पार करने पर अनिवार्य सेवानिवृत्ति में पारदर्शिता
-कैशलेस चिकित्सा सुविधा लागू हो
-कर्मचारियों की भांति शिक्षकों को भी चिकित्सा सुविधा
-केंद्रीय कर्मचारियों के भत्तों की तरह भत्ता
-सातवां वेतन आयोग का एरियर भुगतान