मॉडल स्कूल को लेकर शिक्षा विभाग सजग
बुलंदशहर: करोड़ों की लागत से बने माध्यमिक शिक्षा विभाग के मॉडल स्कूल कुछ ही समय में जर्ज...
बुलंदशहर: करोड़ों की लागत से बने माध्यमिक शिक्षा विभाग के मॉडल स्कूल कुछ ही समय में जर्जर होते दिख रहे हैं। मामला दैनिक जागरण में प्रकाशित हुआ तो विभाग ने इसकी सुध लेनी शुरू कर दी है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी भवन गारंटी में हैं। अगर कोई भवन अभी से जर्जर हालत में हो चला है तो निर्माण कराने वाली संस्था का भुगतान रोक दिया जाएगा।
केंद्र सरकार ने जिले को 11 मॉडल माध्यमिक स्कूलों को सौगात दी थी। इनमें से दस बनकर तैयार हो चुके हैं। हालांकि इनमें शिक्षक स्टाफ के नाम पर मात्र एक-एक शिक्षक तैनात किया लेकिन शासनादेश पर कक्षा नौ व छह की प्रवेश प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। 11वें नंबर का स्कूल सिकंदराबाद के मंडावरा गांव में अभी अधूरा पड़ा है। विभाग का कहना है कि शासन ने इसके निर्माण के लिए बजट भेजना बंद कर दिया है।
इस तरह जिले में कुल 10 मॉडल स्कूलों में पढ़ाई शुरू करा दी गई है। हैरत की बात यह है कि अभी स्कूल शुरू हुए मात्र दो माह हुए हैं और इनके भवन क्षतिग्रस्त होने शुरू हो गए हैं। दैनिक जागरण ने यह मामला 22 मई के अंक में 'मॉडल विद्यालयों का बिगड़ने लगा मॉडल' नामक शीर्षक से समाचार प्रकाशित करके उठाया था। समाचार का संज्ञान लेकर विभाग ने इस ओर कार्रवाई शुरू कर दी है। एडीआइओएस मुकेश कुमार ने बताया कि सभी दस मॉडल स्कूलों में तैनात शिक्षकों से भवनों की हालत संबंधी सूचना मांगी है। सूचना में अगर किसी विद्यालय का भवन क्षतिग्रस्त पाया जाता है तो संबंधित भवन निर्माण कराने वाली संस्था की धनराशि का भुगतान रोक देंगे। उन्होंने बताया कि अभी सभी स्कूलों के भवनों की गारंटी संबंधित संस्था की है। इतना ही नहीं, भवन निर्माण अगर सामग्री घटिया किस्म की लगी है तो उसकी भी जांच कराई जाएगी।